Ranchi : पालकोट शाहदेव परिवार के पूर्वज कुंवर श्रीनाथ शाहदेव जी की 206वीं जयंती रांची बड़ा तालाब के दक्षिण में स्थित ‘कुंवर श्रीनाथ शाहदेव घाट’ में मनायी गयी. कार्यक्रम में मेयर डॉ. आशा लकड़ा मुख्य अथिति के रूप में उपस्थित रहीं. कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन से व कुंवर श्रीनाथ की स्मृति में जलाशय में दीप दान कर किया गया. मेयर डॉ. आशा लकड़ा ने कहा कि हमें अपनी विरासत, संस्कृति, भाषा और रीतियों का संरक्षण खुद करना है. इसी कड़ी में इस घाट का पुनरुद्धार रांची नगर निगम ने किया है, ताकि रांची की यह प्राचीन धरोहर बची रहे. प्राचीन घाटों को सुरक्षित और स्वच्छ रखना हम नागरिकों का कर्तव्य है. प्राचीन घाट का पुनरुद्धार करने वाली एजेंसी आईटीआरएचडी के निदेशक व विशिष्ट अतिथि एसडी सिंह ने कहा कि इस प्राचीन घाट का पुनरुद्धार सुर्खी चूना के उपयोग से ही किया गया है. सभा में श्री सर्वेश्वरी समूह शाखा रांची के उपाध्यक्ष विभूति सहाय व शाखा मंत्री राधेश्याम सिंह उपस्थित रहे. इनके साथ ही सभा में तारा नाथ शाहदेव, अभय सहाय, महेंद्र नाथ शाहदेव, समीर नाथ शाहदेव, राजाराम शाहदेव, नवीन कुमार, आदित्य नाथ शाहदेव, जयकुमार नाथ शाहदेव, अंबिका नाथ शाहदेव, अभिषेक शाहदेव व पालकोट शाहदेव परिवार के सभी वरिष्ठ व युवा सदस्य उपस्थित रहे. सभा में ऋषि अजातशत्रु नाथ शाहदेव, रामचंद्र नाथ शाहदेव एवं नागदमनी नाथ शाहदेव ने भी अपने विचार रखे. मंच संचालन हर्षवर्धन नाथ शाहदेव व धन्यवाद ज्ञापन आशुतोष नाथ शाहदेव ने किया.
बता दें कि कुंवर श्रीनाथ ने इस घाट का निर्माण 1845 में क्षेत्र के लोगों के लिए करवाया, ताकि वे यहां अपनी धार्मिक, सामाजिक व सांस्कृतिक रीतियों को संपन्न कर सकें. फिर पालकोट शाहदेव परिवार के पूर्वज नवल किशोर नाथ शाहदेव द्वारा सन 1916 में इसे रांची म्युनिसिपालिटी को लीज पर दे दिया गया था. लीज के शर्तों में नवल किशोर शाहदेव ने रांची बड़ा तालाब व अपने पुर्खों द्वारा निर्मित इस प्राचीन घाट के रख-रखाव व सुरक्षा का जिम्मा रांची म्युनिसिपालिटी को सौंप दिया था. 2021 में इस घाट का पुनरुद्धार रांची नगर निगम ने किया.
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