LagatarDesk : कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस का पर्व मनाया जाता है. इस बार यह 22 और 23 अक्टूबर दो दिन है. धनतेरस 22 अक्टूबर शनिवार को शाम 6 बजकर 03 मिनट से 23 अक्टूबर रविवार को शाम 6 बजकर 04 मिनट तक रहेगी. ऐसे में धनतेरस की पूजा का मुहूर्त 22 अक्टूबर की शाम का है. जबकि खरीदारी करने का शुभ मुहूर्त 22 और 23 अक्टूबर दोनों दिन है. धनतेरस के दिन महालक्ष्मी की विधिवत पूजा कर धनेश्वर में वृद्धि की कामना की जायेगी. धनतेरस के दिन रात में यम के नाम से दीप प्रज्वलति किया जाता है. (पढ़ें, हेट स्पीच पर एक्शन लें- SC, इथेनॉल प्लांट पर सब्सिडी, एक शिक्षक के भरोसे 146 बेटियों का भविष्य, रिम्स में भिड़े दो डॉक्टर समेत कई खबरें पढ़ें आपके प्रिय अखबार शुभम संदेश में)
धन्वंतरि पूजा प्रात: मुहूर्त – सुबह 06.30 से सुबह 08.50 (22 अक्टूबर 2022)
धनतेरस पूजा मुहूर्त – शाम 7.31 से रात 8.36 (22 अक्टूबर 2022)
यम दीपम मुहूर्त – शाम 06.07 से रात 07.22 (22 अक्टूबर 2022)
धनतेरस 2022 मुहूर्त
- ब्रह्म मुहूर्त – 04:51 AM – 05:41 AM
- अभिजित मुहूर्त – 11:56 AM – 12:42 PM
- विजय मुहूर्त – 02:15 PM – 03:02 PM
- गोधूलि मुहूर्त- 06:07 PM – 06:32 PM
- अमृत काल – 07:05 AM- 08:46 AM
- निशिता मुहूर्त – 11:54 PM – 12:44 AM, अक्टूबर 23
इस शुभ मुहूर्त पर करें धनतेरस की पूजा
धनतेरस पर लक्ष्मी मां और कुबेर की पूजा त्रयोदशी तिथि में प्रदोष काल में की जाती है. इस साल त्रयोदशी तिथि में प्रदोष काल में लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त 22 अक्टूबर को ही बन रहा है. इस वजह से धनतेरस या धन त्रयोदशी की पूजा 22 अक्टूबर यानी आज करनी है. 22 अक्टूबर को धनतेरस की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 07 बजकर 01 मिनट से रात 08 बजकर 17 मिनट तक रहेगा. धनतेरस की पूजा करने से घर में मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है और कष्टों का निवारण होता है.
राशि के हिसाब से करें वस्तुओं की खरीदारी
पौराणिक कथाओं के अनुसार धनतेरस के दिन समुद्र मंथन के दो दिन बाद माता लक्ष्मी सोने से भरा कलश लेकर निकली थी. इसलिए इस दिन को धनतेरस धनतयोदसी के नाम से जाना जाता है. यही वजह है कि इस दिन सोना चांदी खरीदना शुभ माना जाता है. धन का मतलब समृद्धि होता है. जबकि तेरस का मतलब 13 दिन होता है. धनतेरस यानी अपने धन को 13 गुना बनाने और उसमें वृद्धि करने का दिन माना जाता है. आचार्य अजय कुमार मिश्रा से जानते हैं कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस वर्ष किस राशि को क्या खरीदना चाहिए.
मेष – मेष राशि के जातकों के लिए इस वर्ष धनतेरस के दिन सोने चांदी के आभूषण खरीदना सबसे शुभ रहेगा. इनके लिए धनतेरस के दिन जमीन की खरीदारी भी शुभ रहेगी. गोमती चक्र और शंख की खरीदारी भी शुभ रहेगी.
वृष – चांदी के बने शिव की प्रतिमा, हीरे के आभूषण, वाहन आदि खरीदना सर्वोत्तम रहेगा. पीतल के कलश और बर्तन भी खरीदे जा सकते हैं.
मिथुन – मिथुन राशि के जातकों को सोने के आभूषण खरीदने चाहिए. घर में सजावट के लिए घरेलू सामान हरे रंग का खरीदना बहुत ही फलदायी रहेगा. एकाक्षी नारियल भी खरीदना शुभ होगा.
कर्क – कर्क राशि के जातक स्फटिक का श्री यंत्र खरीद कर अपने व्यापार स्थान या घर की तिजोरी में रखने से धन की 13 गुना वृद्धि को प्राप्त करेंगे.
सिंह – सिंह राशि के जातकों के लिए इस वर्ष सोना खरीदना अति उत्तम माना जायेगा. धनतेरस पर सोने की वस्तु, देवता की मूर्ति, सोने के सिक्के एवं गहने, सोने से बने बर्तन खरीदना अत्यंत शुभ रहेगा. शीशे की खरीदारी भी शुभ रहेगी.
कन्या – कन्या राशि के जातक इस वर्ष का शंख की चूड़ी, पन्ना रत्न, मकान आदि की खरीदारी करना शुभ रहेगा. इलेक्ट्रॉनिक सामान की खरीदारी भी शुभ रहेगी.
तुला – तुला राशि के जातकों को इस वर्ष धार्मिक ग्रंथ, सोने का सिक्का, पीतल का दीपक, घरेलू सामान, वस्त्र, वाहन खरीदना विशेष लाभकारी रहेगा.
वृश्चिक – वृश्चिक राशि के जातक इस वर्ष सोने का गहना, तांबे का बर्तन, मोटर वाहन, शेयर बाजार से खरीदारी करना या मूंगे की माला, सुहाग से जुड़ी वस्तुओं को खरीदना अनंत फलदायी होगा.
धनु – धनु राशि के जातक को धनतेरस के दिन चांदी के सिक्के, चांदी से बने बर्तन, वाहन, सफेद वस्त्र, देवता की मूर्ति की खरीदारी करना तथा भूमि की खरीदारी करना लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के समान होगी.
मकर – इस राशि के जातक धनतेरस के दिन वाहन की खरीदारी, घर की सजावट, लोहे से बने बर्तन जैसे चूल्हा इलेक्ट्रॉनिक सामग्री तथा चांदी का सिक्का खरीदना बहुत लाभदायी होगा
कुंभ – कुंभ राशि का स्वामी शनि देवता स्टील के बर्तन की खरीदारी करना शुभ और अत्यंत लाभदाई होगा इस दिन शेयर बाजार से खरीदारी करना आपके राशि पर कुबेर देवता की असीम कृपा बनी रहेगी.
मीन – मीन राशि के जातक धनतेरस के दिन धातु के बने बर्तन (जैसे कलश देवता की प्रतिमा), जमीन, मकान, चांदी से बने बर्तन और आभूषण की खरीदारी करना बहुत शुभ फलदाई होगा.