Deoghar : 4 फरवरी को बाबा मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की पॉकेटमारी मामले में पुलिस ने चार आरोपी को गिरफ्तार किया है. चारों पर आरोप है कि 4 फरवरी को मंदिर में शुभ लग्न होने के कारण श्रद्धालु उपनयन एवं मुंडन करवा रहे थे. इसी क्रम में मधुपुर निवासी सुभाष कुमार सिंह की बाबा मंदिर प्रशासनिक भवन के पास अनुष्ठान करवाने के दौरान पॉकेटमारों ने उनके सामान उड़ा लिए. भुक्तभोगी ने आनन-फानन में बाबा मंदिर थाने में शिकायत दर्ज कराई. एसपी धनंजय कुमार सिंह के निर्देश पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने बिहार के समस्तीपुर जिले से चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
गिरोह में 25 पाॉकेटमार सक्रिय
पूछताछ में पॉकेटमारों ने गुनाह कबूल किया है. पॉकेटमारों ने पुलिस को बयान दिया कि उसके गिरोह में 25 सक्रिय लोग हैं जो बाबा मंदिर परिसर में पॉकेटमारी और चोरी की घटनाओं को अंजाम देता रहा है. मंदिर थाना प्रभारी मनोज कुमार मल्लिक ने बताया कि पॉकेटमारों ने 4 फरवरी को श्रद्धालु का पर्स गायब किया था, जिसमें नगद 1 लाख 60 रुपये समेत 4 मोबाइल और सोने के जेवरात थे.
पुलिस टीम ने पॉकेटमारी की गुत्थी सुलझाने के लिए मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी फुटेज का भी सहारा लिया. गिरफ्तार चारों पॉकेटमार को पुलिस ने कोरोना जांच के बाद न्यायालय को सुपूर्द कर जेल भेज दिया. पुलिस टीम में नगर थाना के राजीव कुमार, जसीडीह थाना के यशवंत कुमार समेत अन्य शामिल थे. पुलिस ने 1 सप्ताह के अंदर मामले का उद्भेदन कर कामयाबी हासिल की है.
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार पॉकेटमारों में से दो का आपराधिक इतिहास रहा है. दोनों को पहले भी कई मामलों में जेल की सजा हो चुकी है. गिरफ्तार आरोपियों के नाम नरेश साव, राजू कुमार, नीतीश कुमार और रूकेश कुमार पासवान है. सरगना का मुखिया नरेश साव फरार है. पुलिस उसे तलाश रही है.
यह भी पढ़ें : देवघर :कांग्रेस हर क्षेत्र – हर वर्ग के लिए काम करने वाली पार्टी -भावेश