Deoghar : मकर संक्रांति के अवसर पर 15 जनवरी को बाबा मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. परंपरा अनुसार श्रद्धालुओं ने बाबा भोलेनाथ को दही और तिल के बने लड्डू का भोग लगाया. बाबा मंदिर के पुरोहित के अनुसार मकर संक्रांति से लेकर 1 मार्च तक बाबा भोलेनाथ को नेवैद्य के रूप में दही और तिल चढ़ाया जाता है. बाबा भोलेनाथ को तिल का लड्डू चढ़ाने के बाद ही श्रद्धालु अपने घरों में तिल और अन्य पकवान खाते हैं. बाबा भोलेनाथ को तिल का लड्डू चढ़ाने के साथ-साथ खिचड़ी का भी भोग लगाया जाता है. गरीबों में तिल का लड्डू और कंबल बांटने का भी रिवाज है.
मकर संक्रांति को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. श्रद्धालुओं को जलार्पण करने में सुविधा हो इसके लिए क्यू सिस्टम की व्यवस्था है. सुबह से ही श्रद्धालु कतारों में जाकर खड़े हो गए. मकर संक्रांति के दिन सौरमंडल में परिवर्तन होता है. सूर्य दक्षिणायण से उत्तरायण होते हैं. मांगलिक कार्यों जैसे जनेऊ, मुंडन, गृह प्रवेश की शुरुआत भी हो जाती है.
यह भी पढ़ें : देवघर : मकर संक्रांति पर सजा तिलकुट का बाजार, बिक्री जोरदार