Niraj Kumar
Dhanbad : बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय में एकेडमिक काउंसिल की बैठक 29 सितंबर को हुई. इसमें यूजी (सत्र 2020-23) सेमेस्टर 4-5 और पीजी (सत्र 2020-22) के फाइनल सेमेस्टर के सिलेबस में 25% की कटौती की मंजूरी दी गई. साथ ही संबंधित विभागाध्यक्षों को कटौती के साथ सिलेबस तैयार करने का निर्देश दिया गया. यह कटौती लेट चल रहे सेमेस्टर को नियमित करने के लिए की गई है. कुलपति डॉ. सुखदेव भोई की अध्यक्षता में हुई बैठक में 21 एजेंडों पर चर्चा हुई. अधिकतर को स्वीकृति दे दी गई. एनईपी-2020 के अंतर्गत विभिन्न विभागों के बोर्ड ऑफ स्टडीज की ओर से तैयार यूजी के सिलेबस को भी मंजूर कर लिया गया.
विवि के अंतर्गत मेडिकल कॉलेजों में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के लिए खुशबरी है. एकेडमिक काउंसिल की बैठक में पहले, दूसरे और तीसरे प्रोफेशनल पार्ट वन के विद्यार्थियों को मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) के निर्देश के अनुसार ग्रेस मार्क के रूप में अधिकतम 5 अंक देने को स्वीकृति दी गई. बैठक में सभी विभागों के डीन, अंगीभूत और एफिलिएटेड कॉलेजों के प्राचार्य, उनके प्रतिनिधि समेत काउंसिल के लगभग सभी सदस्य शरीक हुए. संचालन रजिस्ट्रार डॉ. विकास कुमार ने] जबकि धन्यवाद ज्ञापन ऑफिसर इंचार्ज एकेडमिक डॉ. केएम सिंह ने किया.
पढ़ें : धनबाद: झरिया पुलिस ने जंगल में बरामद किया 60 टन अवैध कोयला
संस्कृत में वास्तु, ज्योतिष और कर्मकांड का डिप्लोमा कोर्स शुरू होगा
विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग को वास्तु, ज्योतिष और कर्मकांड में डिप्लोमा कोर्स शुरू करने की रणनीति बनाने का निर्देश दिया गया. इसके साथ ही पीके रॉय मेमोरियल कॉलेज में अमानत की पढ़ाई और सिंदरी कॉलेज सिंदरी में कुड़माली, खोरठा व संथाली की पढ़ाई शुरू करने का प्रस्ताव देने का निर्देश दिया गया. बीएसके कॉलेज मैथन में कॉमर्स और इतिहास विषयों में पीजी और केबी कॉलेज बेरमो में पीजी विभाग शुरू करने के प्रस्ताव का खारिज कर दिया गया.
पीएचडी एंट्रेस में 25 प्रतिशत बढ़ेगी विद्यार्थियों की संख्या
पीएचडी एंट्रेंस टेस्ट-2020 में सीटों के अपेक्षा कम विद्यार्थियों के क्वालीफाई करने के कारण निर्णय लिया गया कि प्रत्येक विषय में उपलब्ध सीटों के आधार पर साक्षात्कार और लिखित परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर कट ऑफ मार्क्स को आधार बनाते हुए 25 प्रतिशत अधिक रिजल्ट जारी किया जाएगा. इसके साथ ही शिक्षकों को मिलने वाले पीएचडी के कोटा को भी बढ़ाया गया. इसके अनुसार, असिस्टेंट प्रोफेसर का कोटा 4 से बढ़ाकर 6, एसोसिएट प्रोफेसर का कोटा 6 से बढ़ाकर 8 और प्रोफेसर का कोटा 8 से बढ़ाकर 10 कर दिया गया है.
यह भी पढ़ें : धनबाद : हरिमंदिर में सप्तमी और दशमी को 90 महिलाएं एक रंग की साड़ी में करेंगी अनुष्ठान