Dhanbad : सरकार द्वारा निजी लैब में कोविड टेस्ट के दर में कटौती के बाद प्राइवेट लैब में टेस्ट का 300 रुपये और रैपिड एंटीजन टेस्ट (RAT) के शुल्क में कटौती कर 50 रुपये शुल्क निर्धारित करने पर 21 जनवरी को धनबाद के निजी लैब संचालकों ने विरोध जताते हुए जांच बंद कर दी.
डॉ लाल पैथ लैब के अशोक सिंह ने बताया कि कर्मी जल्द उपलब्ध नहीं होते हैं. अगर उपलब्ध होता भी है तो उनको सैलरी अधिक चुकानी पड़ती है. इस वजह से 300 रुपये में जांच करना संभव नहीं है. अलग से मेंटेनेंस पर भी खर्च करना पड़ता है. उन्होंने बताया कि सेंटर से आदेश के बाद 21 जनवरी को धनबाद में कोविड जांच नहीं की गई. लैब के सेंटर से निर्देश आने के बाद पुनः चालू कर दिया जाएगा.
बता दें कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद द्वारा कोविड-19 वायरस के परीक्षण की अनुमति निजी क्षेत्र की जांच प्रयोगशालाओं को भी दी गई है. यहां कोविड जांच का शुल्क 400 रुपये प्रति व्यक्ति था. शुल्क 14 दिसंबर 2020 से लागू था. इसे विभागीय समीक्षा के बाद घटाकर 300 रुपये कर दिया गया है. समीक्षा में टेस्टिंग किट, एक्सट्रैक्शन किट और वीटीएम किट के मूल्य में लगातार गिरावट के साथ ही अन्य राज्यों की निजी प्रयोगशालाओं में भी आरटी-पीसीआर विधि से जांच शुल्क को कम किया गया है.
मरीज अपने घर पर प्रयोगशाला की टीम को बुलाकर सैंपल देते हैं तो उन्हें अतिरिक्त 100 रुपये का भुगतान होम विजिट चार्ज के रूप में करना होगा, जबकि रैपिड एंटीजन टेस्ट के शुल्क में भी कटौती की गयी है. पहले जांच के लिए 150 रुपये प्रति व्यक्ति भुगतान करना पड़ता था. समीक्षा के बाद जांच शुल्क 50 रुपये तय किया गया है.
यह भी पढ़ें : धनबाद : लचर विद्युत व्यवस्था को लेकर भाजपाइयों ने की गांधीगीरी