Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) धनबाद का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल एसएनएमएमसीएच एक बार फिर अपनी करतूतों की वजह से चर्चा का विषय बन गया है. अस्पताल में एचआईवी से पीड़ित मरीज के साथ भेदभाव का मामला सामने आया है. पिछले 4 वर्षों से एचआईवी पीड़ित महिला की बच्चेदानी का ऑपरेशन नहीं किया जा रहा है. यहां के सर्जन ऑपरेशन करने से आनाकानी कर रहे हैं. यही नहीं अस्पताल पहुंचने के बाद डॉक्टर उन्हें डांट फटकार कर भगा देते हैं. पीड़िता विगत 15 दिनों से एसएनएमएमसीएच का चक्कर लगा रही है.
हे भगवान, कौन करेगा रोग का निदान !
गिरिडीह जिले के डुमरी पीड़ित महिला की बच्चेदानी में गांठ है. उसका ऑपरेशन जरूरी है. वह पिछले 15 दिनों से एसएनएमएमसीएच का चक्कर लगा रही है. परंतु डॉक्टर व उनके सहयोगी कर्मी उन्हें भगा दे रहे हैं. हर तरफ से निराशा हाथ लगने के बाद उन्होंने एचआईवी पीड़ितों के लिए काम करने वाली धनबाद डिस्ट्रिक्ट लेवल नेटवर्क फोर पीपुल लिविंग एचआईवी सेंटर संस्था का सहारा भी लिया. बावजूद उनका ऑपरेशन नहीं हो सका है. हालांकि संस्था उनके इलाज को लेकर प्रयासरत है.
जानकारी नहीं, जल्द होगा ऑपरेशन : ए के बर्णवाल
इस मामले में अस्पताल के अधीक्षक अरुण कुमार बर्णवाल कहना है कि एचआईवी पीड़िता के ऑपरेशन की जानकारी उन्हें नहीं है. गायनिक के डॉक्टर से बात कर जानकारी लूंगा. उम्मीद है जल्द ही उनका ऑपरेशन होगा. उन्होंने कहा कि एचआईवी पीड़ित मरीजों के लिए अस्पताल में पूरी सुविधा है. उन्हें समय समय पर दवा दी जा रही है.
एक ही परिवार के तीन सदस्य पीड़ित
गिरिडीह जिलांतर्गत डुमरी के भुक्तभोगी व्यक्ति ने बताया कि उनके घर में तीन लोग एचआईवी से पीड़ित हैं, जिसमें उनकी पत्नी 4 वर्ष से, 18 वर्षीय पुत्र 5 वर्ष से तथा वह खुद 20 वर्ष से एचआईवी झेल रहे हैं. तीनों निरंतर दवा का सेवन कर रहे हैं.
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