Nirsa : निरसा (Nirsa) ईसीएल मुगमा क्षेत्र के चापापुर 10 नंबर ओसीपी में राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ व बीसीकेयू के समर्थक मजदूर आपस में ही भिड़ गए. राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ के समर्थकों ने 10 सूत्री मांगों को लेकर उत्पादन ठप कर दिया. इधर मासस के बैनर तले मजदूर विरोध करते हुए उत्पादन चालू कराने में लगे रहे. इस मुद्दे पर दोनों यूनियनों के मजदूर व ग्रामीण आपस में उलझ गए. दोनों ओर से शब्द वाण चलते रहे, हालांकि दोनों के समर्थक लाठी डंडा से भी लैस थे.
राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ की अगुवाई कर रहे राजद नेता तारा परिवार ने कहा कि उनका मांग प्रबंधन से है. माइंस में यहां के ग्रामीणों की जमीन गई है. उन्हें न तो मुआवजा मिला है और न ही नियोजन. हमलोग दस सूत्री मांगों को लेकर आज प्रबंधन से वार्ता करने के लिए पहुंचे थे. परंतु मासस के लोग बेवजह उलझ गए. मासस का इतिहास आपस में फूट डालो और राज करो का रहा है. यह गुंडागर्दी चलने नहीं देंगे.
दूसरी ओर बीसीकेयू का नेतृत्व कर रहे शाखा सचिव अमित मुखर्जी का कहना था कि यहां के ट्रक लोडरों की स्थिति दयनीय है. पिछले 2 वर्ष से यह माइंस बंद था. पूर्व विधायक अरूप चटर्जी के अथक प्रयास से माइंस को चालू किया गया. मजदूरों को रोजगार मिला. अब राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ के लोग माइंस बंद करा कर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकना चाह रहे हैं. रही बात हक और अधिकार की तो प्रबंधन से वार्ता कर मांगें मंगवाने का प्रयास करें, न कि उत्पादन ठप करें. उत्पादन ठप होने से मजदूरों का रोजगार छिन जाएगा. किसी भी कीमत पर उत्पादन ठप नहीं होने देंगे. समाचार लिखे जाने तक स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई थी.
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