Nirsa : निरसा (Nirsa) कालूबथाना क्षेत्र के केलियासोल स्कूल में यूथ क्लब के सदस्यों द्वारा सोमवार 30 जनवरी को देर शाम सरस्वती प्रतिमा विसर्जन के जुलूस में डीजे बजाने पर ग्रामीणों और पुलिस के बीच नोकझोंक ने विकराल रूप ले लिया. पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प शुरू हो गई. इसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला बोल दिया. कई वाहनों के शीशे तोड़ दिए गये. साथ ही पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. इसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया तो ग्रामीण शांत हुए.
संवाददाता के साथ भी मारपीट
इधर समाचार संकलन के दौरान एक संवाददाता को ग्रामीणों ने मारपीट कर घायल कर दिया. बाद में निरसा व पंचेत पुलिस पहुंची व हालात पर काबू पाया. स्थानीय मुखिया राजू मंडल ने बताया कि डीजे के साथ वे लोग शांतिपूर्वक मूर्ति विसर्जन के लिए जा रहे थे. तभी कालुबथान पुलिस पहुंची जुलूस पर लाठीचार्ज कर दिया. इस कार्रवाई से ग्रामीण भड़क गए. उन्होंने कहा कि पूरे प्रखंड में मूर्ति विसर्जन के लिए डीजे के साथ जुलूस निकला है. पुलिस को आपत्ति थी तो समझाती-बुझाती, उल्टे लाठी भांजने का काम किया. मुखिया राजू मंडल ने कहा कि ग्रामीणों की तरफ से कोई पथराव नहीं किया गया है. पुलिस के लोगों ने खुद वाहन के शीशे तोड़ने का काम किया और आरोप ग्रामीणों पर लगा रहे हैं. कालुबथानन ओपी प्रभारी मुकेश रावत ने बताया कि पिछले कई दिनों से क्लब के सदस्यों को मूर्ति विसर्जन के लिए कहा जा रहा था, लेकिन अनसुनी कर दी.
लाठीचार्ज का आरोप बेबुनियाद : ओपी प्रभारी
सोमवार देर शाम सूचना मिली कि डीजे के साथ मूर्ति विसर्जन किया जा रहा है. पुलिस की पेट्रोलिंग टीम ने क्लब के सदस्यों को समझा रहे थे. तभी ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव करते हुए हमला बोल दिया, गाड़ियों के शीशे तोड़ने लगे. उन्हें सूचना मिली तो वहां पहुंचे. ग्रामीणों ने उनके साथ भी हाथापाई शुरू कर दी. उनकी गाड़ी पर भी पथराव शुरू कर दिया. उन्होंने वरीय पदाधिकारी को सूचना दी. पदाधिकारी के निर्देश पर निरसा और पंचेत पुलिस पहुंची और किसी तरह मामले को शांत कराया. लाठीचार्ज का आरोप बेबुनियाद है. ग्रामीणों पर लाठी चार्ज नहीं किया गया है. सभी आरोपियों की पहचान कर ली गई है. विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी.