Dhanbad : बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के साभरी बस्ती में जमीन मालिक बाउंड्री वॉल करने पहुंचे तो ग्रामीणों की उग्र भीड़ ने हमला बोल दिया. जिसमें एक युवती सहित दोनों पक्षों से चार लोग घायल हो गए हैं .
बाउंड्री वॉल करने रोका : साभरी बस्ती के अहमद अंसारी ने डेढ़ एकड़ जमीन खरीदी है. उस पर वे अपने साथियों के साथ ग्यारह फरवरी को बाउंड्री वॉल करने पहुंचे थे. गांव वाले बाउंड्री वॉल का यह कह कर विरोध करने लगे कि यह रैयत द्वारा गांव के बच्चों को खेलने के लिए दान स्वरूप दिया गया है. इस पर हम सब किसी भी कीमत पर किसी खास व्यक्ति का कब्जा नहीं होने देंगे. इसकी सूचना खरीदार अहमद अंसारी ने स्थानीय थाना को दी. पुलिस मौके पर पहुंच कर दोनों पक्षों को समझा रही थी, इसी दौरान दोनों पक्षों में झड़प हो गई. खरीदार ग्रामीणों की भारी भीड़ के आगे अपने वाहनों को वहीं छोड़ कर भाग गए.
एक कार और चार बाइक तोड़ी : आक्रोशित ग्रामीणों ने कार संख्या JH10F 9301 को क्षतिग्रस्त कर दिया. तीन बाइकों को भी तोड़ दिया. ग्रामीणों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि वार्ता चल रही थी, उसी दौरान पुलिस अधिकारी उदय तिवारी ने जवानों को लाठीचार्ज का आदेश दे दिया. जिसमें ग्रामीण पक्ष से एक युवती घायल हो गई. ग्रामीणों द्वारा फेंके गए पत्थरों से अहमद का पुत्र, भतीजा एवं अन्य घायल हो गए. चारों घायलों को पुलिस ने एसएनएमएमसीएच धनबाद में इलाज के लिए भर्ती करवाया है.
थाना प्रभारी पहुंचे : घटना की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी सुमन कुमार ने दल बल के साथ पहुंचकर मोर्चा संभाला और उपद्रवियों को खदेड़ा. फिलहाल गांव में तनाव है. ग्रामीणों का कहना है कि 30-40 वर्षों से इस जमीन का गांव के बच्चे मैदान के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं. गांव के कुछ पैसे वाले लोग पुलिस से मिलकर इस जमीन को हथियाना चाहते हैं.
अनापत्ति प्रमाण पत्र : इस संदर्भ में जमीन खरीदार अहमद अंसारी ने बताया कि यह मौजा चौधरी लोगों का था और उसी खतियानधारी से जमीन खरीदी है. जिसका कागजात उनके पास है. इतना ही नहीं तल्कालीन गोविंदपुर अंचलाधिकारी वंदना भारती ने स्थल पर भू सत्यापित करते हुए मापी भी कराई और अनापत्ति प्रमाण पत्र भी दिया. उसी जमीन पर वे लोग कल सामान गिरा रहे थे, तो गांव के कुछ दबंग लोग रंगदारी मांगने लगे. नहींं देने पर बुरे परिणाम भुगतने की धमकी भी दी. इसकी सूचना स्थानीय थाना को भी दी थी. आज जब बाउंड्री वाल कर रहे थे, तो अचानक से गांव के दबंग महिलाओं को हथियार बनाकर हमला कर दिया और वाहनों को क्षतिग्रस्त करते हुए निर्माण सामग्री बिखेर दी. जमकर ईट – पत्थर चलाया. जिससे कई परिजन जख्मी हुए हैं.
पुलिस ने कहा : इस केस के अनुसंधानकर्ता उदय तिवारी ने बताया कि जमीन को लेकर पूर्व में अहमद अंसारी ने थाने में आवेदन देकर न्याय की मांग की थी. ग्रामीणों ने भी आवेदन देकर झड़प की आशंका जताई थी. आज पुलिस को सूचना मिली कि दोनों पक्ष आपस में झगड़ रहे हैं. पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो उग्र ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला कर दिया और धक्का-मुक्की करने लगे. हमलोगों ने पीछे हटकर मोर्चा संभाला. पुलिस द्वारा लाठीचार्ज की बात झूठी है.
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