Mahuda : महुदा (Mahuda) की सिंगड़ा बस्ती में शिव उपासना का पर्व ‘चड़क पूजा’ 6 मई को श्रद्धा के साथ मनाया गया. सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने बस्ती स्थित शिव मंदिर प्रांगण पहुंच कर अनुष्ठान में भाग लिया. 100 अधिक लोगों ने अपनी पीठ, छाती, जीभ व शरीर के अन्य अंगों में कील चुभोकर भोक्ता खूंटा के सहारे परिक्रमा की. इस अवसर पर मंदिर प्रांगण के चारों ओर मेले जैसा माहौल रहा. आसपास के गांव के सैकड़ो लोग आस्था के इस पर्व को देखने शिव मंदिर पहुंचे थे. भक्तों ने गाजे-बाजे के साथ नृत्य कर त्योहार की खुशियां मनाई.
सबसे पहले भोक्ता पास के तालाब पहुंचे. वहां स्नान व पूजा के बाद उनके शरीर के विभिन्न हिस्सों में कील चुभोई गई. कई भोक्ता तो अपनी जीभ में लोहे का तार आरपार किये हुए थे. सभी को गाजे-बाजे के साथ मंदिर परिसर लाया गया. मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद एक-एक कर सभी भोक्ता को खंभा पर चढ़ाया गया और खंभा में बांधकर भोक्ता खूंटा की परिक्रमा कराई गई. भगवान शिव व माता पार्वती की आरती के पश्चात चड़क पूजा का समापन हुआ. इससे पूर्व शुक्रवार की रात सिंगड़ा पूजा समिति की ओर से छऊ नृत्य का आयोजन किया गया, जिसे देखने के लिए काफी संख्या में ग्रामीण पहुंचे थे. कार्यक्रम को सफल बनाने में मुखिया सुर्यकांत महतो, कालाचांद कर्मकार, गौतम कुमार महतो, संजू कुमार दास, कृष्ण कुमार महतो, प्रफुल्ल कुंभकार, कन्हाई कुंभकार, गोविंद महतो, गौतम दास, भक्तु राय, दिनेश रजक, भरत कुमार रजक, भरत महतो, सुरेश कुंभकार, मथुर कुंभकार, अबुल अंसारी आदि का सराहनीय योगदान रहा।
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