अवैध लॉटरी कारोबार : सरगनाओं को नहीं दबोचने से पुलिस की कार्रवाई बेअसर
Rizwan Shams
Dhanbad : धनबाद जिले में लॉटरी माफियाओं के खिलाफ पुलिस की तरफ से लगातार कार्रवाई हो रही है. बावूजद इसके लॉटरी माफिया बेखौफ हैं और यह अवैध कारोबार बिना रोकटोक पूरे जिले में चल रहा है. अब तक जिला पुलिस व सीआईडी ने लॉटरी माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करते हुए आधा दर्जन मुकदमे दर्ज किये हैं, लेकिन कोई भी बड़ा लॉटरी कारोबारी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाया है. सिर्फ हॉकर और लॉटरी का टिकट बेचने वाले ही सलाखों तक पहुंच पाए हैं. यहां तक कि जिन लॉटरी माफियाओं पर मुकदमे दर्ज हुए, उनके ठिकानों पर पुलिस ने एक बार भी छापेमारी तक नहीं की है. ऐसे में पुलिस की सख्ती भी असरदार साबित नहीं हो रही है. नतीजतन, फिर से यहां प्रतिदिन लाखों रुपये के दांव लॉटरी पर खेले जा रहे हैं.
गोविंदपुर में 50 हजार की लॉटरी व डेढ़ लाख नकद जब्त
गोविंदपुर पुलिस ने गांवभीतर इलाके के रहने वाले मृदुल बिष्टू के घर में छापेमारी की थी. यहां से पुलिस ने 50 हजार के लॉटरी टिकट और डेढ़ लाख रुपये नकद बरामद करने में कामयाबी पाई है. हालांकि मृदुल बिष्टू फरार होने में कामयाब रहा. पुलिस ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. छानबीन में ये बात सामने आई है कि वो निरसा के एक कारोबारी के यहां से लॉटरी टिकट लाकर बेचने का काम करता है. मृदुल बिष्टू पहले कपड़े का काम करता था. बाद में लॉटरी कारोबार में मोटी कमाई देख कर इस अवैध कारोबार में उतर गया. इस मामले में पुलिस की छानबीन जारी है
समीर पर दर्ज हुए थे तीन मुकदमे, अब तक गिरफ्तारी नहीं
झरिया में लॉटरी कारोबार का सरगना समीर अहमद के खिलाफ तीन-तीन मुकदमे दर्ज हुए. लेकिन अभी तक पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर पाई है. यहां तक कि समीर अहमद जिस थाना क्षेत्र में रहता है, यानी झरिया के उपर कुल्ही सिंदरी रोड से ही अपना पूरा अवैध कारोबार संचालित करता है. स्थानीय पुलिस ने अभी तक उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है. बता दें कि समीर के खिलाफ धनबाद थाने में सीआईडी की रांची से आई टीम ने मुकदमा दर्ज कराया थाा. धनबाद स्टेशन में उसके हॉकर लॉटरी टिकट के साथ दबोचे गए थे. इसके बाद जामाडोबा बड़कीटांड में एक गोदाम में लाखों रुपये के लॉटरी टिकट बरामद हुए थे, उस वक्त भी समीर मुख्य आरोपियों में शामिल था. फिर भौंरा के रेल क्वार्टर में अवैध लॉटरी टिकट बरामद होने पर उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई थी. तीन-तीन मुकदमों के बाद भी पुलिस की किसी भी टीम ने उसके ठिकानों पर दबिश नहीं दी. इस कारण आज भी उसका कारोबार बेखौफ चल रहा है और पूरे परवान पर है.
एक करोड़ की टिकट बरामदगी का सरगना फरार
निरसा में एक कारोड़ की नकली लॉटरी टिकट छपवा कर लोगों को चूना लगाने के मामले में नामजद किये गये आनंद साव, अजीत साव और गुरुदेव रवानी समेत दर्जन भर लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया था. यहां भी पुलिस लॉटरी छपाई करने वाले वर्कर और हॉकरों को दबोच पाई, जबकि सरगना पुलिस की पकड़ से दूर रहा. इन सभी मामलों में लॉटरी माफियाओं के नहीं दबोचे जाने से इनके हौसले बुलंद हैं और अपना काला कारोबार फिर से फैला रखा है.