Dhanbad : कोरोना गाइडलाइन तथा अप्रिय घटनाओं पर अंकुश लगाने की मंशा से जिला प्रशासन ने इस बार रामनवमी पर बजने वाले डीजे पर रोक लगा दी है. रोक से लगभग 10 करोड़ रुपये के नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है. इस बात की पुष्टि धनबाद जिला विद्युत साउंड एंड डीजे डेकोरेटर संघ के महासचिव शिव कुमार बनर्जी ने की. जिला प्रशासन के नए आदेश से धनबाद जिला विद्युत साउंड एंड डीजे डेकोरेटर संघ काफी नाराज है. जिले भर में संघ के 1265 सदस्य हैं. समवर्ती जिलों को मिलाकर दस हज़ार सदस्य होते हैं, जो जिला प्रशासन के इस फैसले से नाखुश हैं. उन्होंने कहा कि अगर जिला प्रशासन समय रहते जानकारी दे देता तो इस नुकसान से बच सकते थे.
एक माह पहले बुकिंग, 3 दिन पहले लगती है रोक
संघ के महासचिव का कहना है कि रोक लगने से संघ को 10 करोड़ से भी अधिक का नुकसान उठाना पड़ेगा. कहा कि कुल मिलाकर 10,000 सदस्य हैं. प्रत्येक बुकिंग कम से कम ₹ 10,000 की होती है. इस हिसाब से रामनवमी में 10 करोड़ के नुकसान की संभावना है. श्री बनर्जी ने कहा कि रामनवमी, सरस्वती पूजा, होली आदि की बुकिंग एक माह पहले हो जाती है. जिला प्रशासन अंतिम 3 दिन पहले नई गाइडलाइन जारी कर रोक लगाता है, जो गलत है. रोक लगाना ही था तो कम से कम 20 दिन पहले सूचना देनी चाहिए. मीडिया और अखबारों के जरिये फैसले की जानकारी मिलती है.
कमेटी का दबाव, एग्रीमेंट हुआ तो लगाना होगा डीजे
जिला प्रशासन और अखाड़ा कमेटियों के बीच विद्युत साउंड वाले बुरी तरह फंस चुके हैं. उन्होंने कहा कि रामनवमी को लेकर बुकिंग महीने भर पहले की जा चुकी है. अब प्रशासन ने रोक भी लगा दी है. उधर अखाड़ा कमेटी दबाव डाल रही है. कह रही है कि बुकिंग एक माह पहले हो चुकी है, तो डीजे लगाना होगा. लगा दें तो पुलिस प्रशासन डीजे को जब्त कर लेगा.
प्रशासन परेशान नहीं करे, वरना कहीं नहीं बजेगा डीजे
प्रतिबंध पर नाराजगी जताते हुए धनबाद जिला विद्युत साउंड एंड डीजे डेकोरेटर संघ ने कहा है कि जिला प्रशासन डीजे साउंड वालों को परेशान करना बंद करे नहीं तो संगठन के सभी सदस्य गोलबंद होकर शहर के तमाम समारोह में डीजे पर रोक लगाने का काम करेंगे.
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