Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) आदिवासी सेंगेल अभियान के अध्यक्ष और पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के सुप्रीमो शिबू सोरेन और सीएम हेमंत सोरेन पर आदिवासियों को ठगने का आरोप लगाया है. बुधवार 12 अक्टूबर को यहां सर्किट हाउस में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि झारखंड में पांच बार झामुमो का शासन रहा, लेकिन आदिवासी समाज की उन्नति की दिशा में काम नहीं हुआ.
पांच बार झामुमो का शासन, नहीं हुई समाज की उन्नति
उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज में नशापान, अंधविश्वास, डायन प्रथा, वोट की खरीद-बिक्री, आदिवासी महिला विरोधी मानसिकता और गांव समाज में चालू स्वशासन व्यवस्था के नाम पर जनतंत्र और संविधान विरोधी क्रियाकलापों को रोकने की जगह उसे बढ़ाने में झामुमो ने योगदान किया है. माझी परगना महाल, मानकी मुंडा समिति झामुमो की बी-टीम की तरह काम करती है. कुड़मी महतो को एसटी में शामिल करने के समझौता पत्र पर हस्ताक्षर करना वास्तविक आदिवासियों के साथ धोखा है. कुड़मी को एसटी बना देंगे, तो कल अन्य जातियां भी इस तरह की मांग करेंगी. ऐसे में मूल आदिवासी कहां जाएंगे.
व्यक्त की भाजपा से सहयोग लेने की इच्छा
उन्होंने 1932 खतियान आधारित नीति के नाम पर झुनझुना थमाने, सरना धर्म मान्यता लंबित रखने आदि मुद्दों पर झामुमो को दोषी ठहराया है. मुर्मू ने कहा कि झामुमो और तमाम आदिवासी विरोधी शक्तियों के खिलाफ संघर्ष को निर्णायक बनाने के लिए भाजपा का सहयोग लिया जा सकता है, बशर्ते भाजपा सरना धर्म कोड को मान्यता दे.
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