भर्ती मरीजों को किया जा रहा डिस्चार्ज, अस्पताल प्रबंधन ने योजना के पदाधिकारियों को पत्र लिखा
Dhanbad: आयुष्मान भवः सेवा पखवाड़ा की शुरुआत हो चुकी है. पखवाड़ा में घर-घर जाकर आयुष्मान कार्ड बनाने, सूचीबद्ध अस्पतालों में सेवाएं दुरुस्त करने और उनकी निगरानी के साथ लोगों को गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए सहायता दी जा रही है. धनबाद में अब तक 8.42 लाख लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाया गया है. 26 लाख लोगों का कार्ड बनाने का लक्ष्य है. वहीं दूसरी ओर जिले के सैकड़ों मरीजों का इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है. अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड रहते मरीजों को इलाज पर भारी-भरकम पैसा खर्च करना पड़ रहा है.
नहीं मिल रहा ऑनलाइन एप्रूवल
पिछले दस दिनों से अस्पतालों को इलाज के लिए ऑनलाइन एप्रूवल नहीं मिल रहा है. इससे अस्पताल प्रबंधन भी परेशान है. इस संदर्भ में अस्पताल प्रबंधनों ने आयुष्मान योजना के पदाधिकारियों को पत्र भी लिखा है. कई मरीजों को तो बिना इलाज किये ही डिस्चार्ज कर दिया जा रहा है. यह समस्या जिले के आयुष्मान योजना से जुड़े सभी अस्पतालों में है. हाल यह है कि अस्पताल में भर्ती हो रहे मरीजों का आयुष्मान कार्ड भी नहीं बन रहा है.
धनबाद के सिविल सर्जन डॉ सीबी प्रतापन का कहना है की मरीजों के इलाज के लिए एप्रूवल नहीं मिलने की वजह की जानकारी ली जा रही है. प्रयास होगा कि जल्द से जल्द मरीजों को आयुष्मान योजना के तहत इलाज मिले. एसएनएमएमसीएच के अधीक्षक डॉ अनिल कुमार का कहना है कि योजना से जुड़े पदाधिकारियों से शिकायत की गई है. विकल्प के लिए भी आग्रह किया गया है, अन्यथा मरीजों बगैर इलाज के ही डिस्चार्ज करना पड़ेगा.