Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) चाट, पकौड़ी की दुकान चलाकर बेटी रीना को पढ़ाया. बेटी मैट्रिक की परीक्षा में पूरे धनबाद जिले में टॉप पर रही. उसने पूरे राज्य में रैंक 3 हासिल कर पूरे जिले का नाम रोशन किया. यह सब कहते हुए पिता उपेंद्र कुमार साव फूले नहीं समा रहे हैं. लगातार संवाददाता ने 22 जून बुधवार को उनसे लंबी बातचीत की. उपेंद्र साव ने बताया कि पहले वह दिहाड़ी मजदूरी करते थे. बाद में भाई के सहयोग से ठेला लगा कर मूढ़ी,चाट बेचने लगे. लोग पसंद करने लगे तो आमदनी भी ठीक ठाक होने लगी.
बचपन से ही पढ़ाई-लिखने में तेज थी रीना
वर्ष 2000 में शादी हुई थी. एक बेटी और एक बेटे ने जन्म लिया. बेटी रीना बड़ी है. उसे शुरू से पढ़ने का शौक था. मेहनत, मज़दूरी कर उसका शौक पूरा करने में जुटा रहा. रीना का संत जेवेयर स्कूल गादी टुंडी घर से दो किलोमीटर दूर है. फिर भी वह रोज स्कूल जाती थी. स्कूल छोड़ कर वह किसी रिश्तेदार, यहां तक कि मामा के घर भी जाना पसंद नहीं करती थी. शांत दिमाग की रीना बचपन से पढ़ाई-लिखाई में रमी रहती थी.
मां ने कहा-बेटी की हर इच्छा पूरी करेंगे
उपेंद्र कुमार साव टुंडी के लोधड़िया में चाट-पकौड़ी की दुकान चलाते हैं. पत्नी, एक बेटा और एक बेटी को मिलाकर छोटा सा परिवार है. पिता ने कहा कि मेरा जीवन सफल हो गया. बेटी पूरे जिले में टॉप पर रही. पूरा परिवार उसकी इस सफलता पर गौरवान्वित महसूस कर रहा है. रीना की मां ने कहा कि बेटी की हर इच्छा पूरी करेंगे. वह जहां तक पढ़ना चाहे, सहयोग करते रहेंगे. रीना का भाई भी बड़ी बहन की सफलता पर बहुत खुश है. कहा दीदी ने घर-परिवार सहित जिले का नाम रोशन किया है. उसने अपनी मेहनत से यह सब हासिल किया है. कहा मैं भी मेहनत कर रहा हूं.
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