शहर के मंदिरों के पट बंद
Dhanbad : इस साल का आखिरी चंद्रग्रहण शरद पूर्णिमा पर आज मध्य रात्रि 1.05 बजे से लगेगा. ग्रहण का सूतक शुरू हो गया है. शहर के कई मंदिरों के पट सुबह में आरती के बाद बंद कर दिये गए, जबकि कुमछ मंदिरों के पट शाम 4 बजे की आरती के बंद हुए. धनबाद के रणधीर वर्मा चौक स्थित हनुमान मंदिर के पुजारी विष्णुकांत मिश्रा ने बताया कि ग्रहण से 9 घंटा पहले शाम 4 :05 बजे से ही सूतक लग गया है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूतक काल में किसी भी तरह का शुभ कार्य और पूजा-पाठ वर्जित है. सूतक काल से लेकर ग्रहण तक के समय को दूषित काल माना गया है, क्योंकि इस दौरान वातावरण में कई नकारात्मक तत्व मौजूद रहते हैं.यही वजह है कि सूतक लगने से पहले ही खाने-पीने की चीजों में तुलसी का पत्ता डाल दिया जाता, जिससे नकारात्मक प्रभाव नहीं होता है.तुलसी को दोषों का नाश करने वाला माना गया है.
जोड़ा फाटक रोड शक्ति मंदिर के प्रबंधक ब्रजेश मिश्रा ने बताया कि ग्रहण के दौरान कई तरह की सावधानियां बरती जाती हैं. गर्भवती महिलाओं को ग्रहण नहीं देखना चाहिए और न ही कैंची, चाकू, सुई जैसी नुकीली चीजों का स्तेमाल करना चाहिए. यही नहीं, सूतक काल शुरू होने से ग्रहण काल खत्म होने तक न खाना बनाना चाहिए और न ही खाना चाहिए.
यह भी पढ़ें : धनबाद : 7 दिन से लापता युवक का क्षत-विक्षत शव चिरकुंडा के जंगल से बरामद