Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) विगत शुक्रवार 27 जनवरी की रात हाजरा मेमोरियल हॉस्पिटल अग्निकांड में डॉक्टर समेत पांच लोग की मृत्यु के बाद ऐसे क्लीनिक व अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं. उपायुक्त संदीप सिंह ने सिविल सर्जन डॉ अलोक विश्वकर्मा को जिले के सभी नर्सिंग होम, पॉली क्लिनिक सहित अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में अग्नि सुरक्षा की स्थिति का जायजा लेने व जांच के आदेश भी दिए हैं. प्राप्त आंकड़ों के अनुसार शहर के लगभग 500 छोटे बड़े क्लिनिक, अस्पताल व नर्सिंग होम में अग्नि सुरक्षा की या तो ढीली ढाली व्यवस्था है या है ही नहीं. अधिकतर अस्पतालों में अग्निशमन का इंतजाम नहीं है.
हाजरा क्लीनिक की घटना से पूरा शहर स्तब्ध
समाजसेवी कुमार मधुरेंद्र ने भी सिविल सर्जन आलोक विश्वकर्मा को पत्र लिख कर अस्पतालों में अग्निशमन की स्थिति की जांच करने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि हाजरा क्लीनिक की घटना ने पूरे धनबाद को स्तब्ध कर दिया है. शहर में छोटे-बड़े लगभग 500 से अधिक क्लीनिक अस्पताल हैं, जहां सुरक्षा मानकों को दरकिनार कर गलत तरीके से काम हो रहा है. ऐसी घटना की पुनरावृति रोकने लिए उन्होंने आज सिविल सर्जन आलोक विश्वकर्मा को पत्र लिखकर जांच टीम गठित करने का आग्रह किया है.
अग्निशमन की व्यवस्था करें, अन्यथा होगी कार्रवाई
हाजरा क्लिनिक की हृदय विदारक घटना के बाद धनबाद उपायुक्त ने सिविल सर्जन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जिले के ऐसे अस्पतालों की खोज खबर लेने व जरूरी व्यवस्था सहित जांच के आदेश दिये हैं. सभी नर्सिंग होम, पॉली क्लिनिक सहित अन्य स्वास्थ्य केंद्रों को एक माह के भीतर अग्निशमन विभाग से NOC लेने का भी निर्देश दिया गया है. अग्निशमन व्यवस्था नहीं होने पर सम्बंधित संस्था के ख़िलाफ कार्रवाई भी की जाएगी. उपायुक्त ने ऐसे अस्पतालों, क्लिनिक व नर्सिंग होम की सूची बनाने व अग्निशमन विभाग से समन्वय स्थापित कर अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए भी निर्देश दिये हैं. इसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी.