Dhanbad: धनबाद (Dhanbad) केंद्रीय महासंघ के आह्वान पर अखिल भारतीय डाक कर्मचारी संघ ग्रुप सी तथा पोस्टमैन एवं एमटीएस धनबाद प्रमंडल के कर्मी बुधवार 10 अगस्त को हड़ताल पर चले गए. कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ केंद्र सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाए. कर्मियों की हड़ताल के कारण जिले के सभी डाकघरों का कामकाज पूरी तरह ठप रहा.
मांगें नहीं हुई पूरी तो होगी अनिश्चितकालीन हड़ताल
प्रधान डाकघर कार्यालय के समक्ष हड़ताल पर बैठे ऑल इंडिया पोस्टल इम्प्लाई यूनियन के प्रदेश प्रमंडलीय सचिव पुरंजय कुमार ने बताया कि वर्तमान सरकार डाकघर के बचत खाता बैंक को पेमेंट बैंक लिमिटेड में मर्ज करने जा रही है, जो कर्मचारी और उपभोक्ता दोनों के हित में नहीं है. इसके विरोध में मार्च में हदो दिवसीय हड़ताल कर चुके हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ. आज पुनः सांकेतिक हड़ताल पर हैं. फिर भी कोई समाधान नहीं हुआ तो अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे.
हम ही नहीं रहेंगे तो काम कैसे होगा : जिला अध्यक्ष
अखिल भरतीय डाक कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष राजू कुमार बिंद ने कहा कि 20 सूत्री मांगों के समर्थन में हड़ताल की है. हड़ताल शत प्रतिशत सफल रही. डाकघर का कामकाज पूरी तरह ठप रहा. रही बात रक्षाबंधन की तो हमलोग पब्लिक के लिये ही काम करते हैं. परंतु हम ही नहीं रहेंगे तो काम कैसे होगा. बहुत लोग राखी भेज चुके हैं. दो दिन बचा है, बचे हुए लोगों की राखी भी उनके घर तक पहुंचाने का काम करेंगे.
हड़ताल को सफल बनाने में संघ के अवध बिहारी सिंह,भरत प्रसाद रजक, सोमनाथ मिश्रा, रंजीत कुमार राय, चंद्रशेखर सिंह, लक्ष्मण प्रमाणित, रवि रंजन सिंह, प्रेम कुमार,राहुल कुमार, रंजन कुमार, विकास कुमार, धनंजय कुमार, परितोष लाकड़ा, सुबोध कुमार, जेपी झा, प्रेम कुमार तिवारी आदि शामिल थे.
डाक कर्मियों की मुख्य मांगें
डाक कर्मियों की मुख्य मांगों में डाकघर बचत बैंक को आईपीपीबी बैंक में मर्ज करने, नई पेंशन योजना को खत्म कर पुरानी पेंशन बहाल करने, रिक्त पदों को भरने, सेवानिवृत्ति होने पर तत्काल भुगतान, डाक विभाग को निजी हाथों में देने से रोकने, डेली वेजेज कर्मियों का भुगतान प्रतिदिन करने आदि शामिल है.
डाकघर के गेट से निराश होकर लौटे लोग
डाकघर कर्मियों की हड़ताल के कारण प्रधान डाकघर का कामकाज पूरी तरह ठप रहा. सभी काउंटर खाली मिले. डाकघर आने वाले लोगों को निराश होकर गेट से ही लौटना पड़ा. डाक से राखी भेजने वाले एक -दो लोग ही नजर आये. डाक कर्मियों की हड़ताल को लेकर उनमें नाराजगी दिखी. लोगों का कहना था कि हड़ताल के लिये इनलोगों को रक्षाबंधन का ही समय मिला है. आम लोगों की परेशानी से किसी को क्या लेना देना.
सामान्य दिनों की तरह रही कुरियर सेवा
शहर के सिटी सेंटर स्थित डीटीडीसी कुरियर सर्विस के एस के यदुवंशी ने बताया कि ऑनलाइन का जमाना है. अब लोग राखी भेजने के लिये कुरियर सेवा कम ही लेते हैं. डाकघर बंद होने से हमलोगों के कामकाज में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है. सामान्य दिनों की तरह ही लोग हमारे पास पहुंचे हैं. दिनभर में सिर्फ तीन लोग राखी भेजने के लिये आये हैं.
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