Niraj Kumar
Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) धनबाद जिले का अग्निशमन विभाग बदहाली में है. इस बदहाल विभाग के कंधे पर ही जिले के लगभग 20 लाख लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी है. 18 वर्ष पुराने दमकल पर सवार होकर गिनती के फायर फाइटर जिले की गगनचुंबी अट्टालिकाओं में आग बुझाने के लिए जद्दोजहद करते रहते हैं, लोगों को बचाते हैं, मगर खुद घायल होते रहते हैं.
मात्र 12 फायर फाइटर व सात दमकल
धनबाद जिले के गोल्फ ग्राउंड के पास अग्निशमन विभाग में सात सिपाही और पांच हवलदार तैनात है. यहां का प्रभार सिर्फ लक्ष्मण प्रसाद के जिम्मे है. नियम के अनुसार एक गाड़ी पर चार फायरमैन, एक हवलदार या ड्राइवर की टीम रहनी चाहिए. तद्नुसार सात गाड़ियों में 35 सिपाही व हवलदार की टीम होनी चाहिए. परंतु वाहनों की संख्या के अनुसार यहां 23 पद खाली हैं.
सात हजार लीटर के मात्र दो दमकल
अग्निशमन विभाग में चार बड़ी दमकल, एक छोटी जीप दमकल, एक रेस्क्यू टेंडर और एक फोम टेंडर है. रेस्क्यू टेंडर का उपयोग बचाव कार्य जबकि फोम टेंडर का उपयोग पेट्रोल व बिजली आद की अगलगी में किया जाता है. इनमें सिर्फ दो दमकल सात हजार लीटर के हैं. शेष की क्षमता अधिकतम चार हज़ार लीटर की है.
दमकल में है मात्र 35 फ़ीट की सीढ़ी
सबसे बड़े दमकल में मात्र 35 फ़ीट की सीढ़ी है. ऐसे में पानी के प्रेशर से अधिकतम तीन से चार तल्ला तक के अपार्टमेंट की ही आग बुझायी जा सकती है. धनबाद जिले में 40-50 ऐसी बहुमंजिली इमारतें हैं, जहां अगलगी की घटना पर अग्निशमन विभाग के लिए काम करना मुश्किल हो जाएगा.
एक लाख लीटर पानी का स्टॉक
गोल्फ ग्राउंड स्थित अग्निशमन विभाग में एक लाख लीटर पानी का स्टॉक रखने की क्षमता वाली टंकी है. इसी से पानी भरा जाता है. इसके अलावा अग्निशमन विभाग की ओर से बिल्डिंग निर्माण की एनओसी तभी दी जाती है, जब उसमें आपात स्थिति से निपटने व आग बुझाने के लिए पानी की टंकी बनाई गई हो. आपात स्थिति में वहां से भी दमकल पानी लेता है.
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