Dhanbad: धनबाद जिले में डॉक्टर से रंगदारी मांगना और डॉक्टर का शहर छोड़ना अब राजनीतिक रुप लेता जा रहा है. झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने ट्वीट कर बीजेपी पर निशाना साधा हैं. विधायिका ने ट्वीट कर कहा कि यह वही लोग हैं जो आपके कार्यकाल में आपकी सरकार में शहर के बीचों बीच नरसंहार कर आज जेल में बैठे हैं. आपके विधायक का संरक्षण था तब. शहर में आग सबको दिखती है चिंगारी किसने लगायी और हवा किसने दिया यह कोई नहीं पूछता. ( धनबाद की दूसरी खबरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें )
यह वही लोग हैं जो आपके कार्यकाल में आपकी सरकार में शहर के बीचों बीच नरसंहार कर आज जेल में बैठे हैं।आपके विधायक का संरक्षण था तब।
शहर में आग सबको दिखती है चिंगारी किसने लगायी और हवा किसने दिया यह कोई नहीं पूछता। pic.twitter.com/JVzMaF1jwR— Purnima Niraj Singh (@purnimaasingh) May 4, 2022
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बीजेपी जनता को भ्रमित करने का काम भी कर रही
विधायक पूर्णिमा सिंह ने झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह पर जेल में रहकर रंगदारी मांगने और षड्यंत्र करने का आरोप लगाया है. विधायिका ने कहा कि भाजपाई अपने पूर्व विधायक से सवाल पूछने के बजाय सड़क पर तमाशा कर रहे है. साथ ही जनता को भ्रमित करने का काम भी कर रही है. अमन को धनबाद लाने वाला व्यक्ति कौन है. जेल के अंदर उन्हें संरक्षण कौन दे रहा है. यह बड़ा सवाल है? इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए.
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पति की हत्या की जांच सीबीआई से क्यों नहीं कराती- रागिनी
जिसके बाद संजीव सिंह की पत्नी रागिनी सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर झरिया विधायक पर पलटवार किया है. रागिनी ने कहा कि सारे आरोप बेबुनियाद है. अपनी राजनीतिक विफलता छिपाने के लिए अनर्गल बयानबाजी कर रही हैं. हत्या और रंगदारी का कारोबार कौन कर रहा है या पूरा धनबाद जानता है. सिंह मेंशन पर अभी तक रंगदारी मांगने का एक भी मुकदमा किसी थाने में दर्ज नहीं है, जबकि झरिया विधायक के परिजनों के खिलाफ दर्जनों संगीन मामले थाने में दर्ज है. पूर्णिमा इतनी ही न्याय प्रिय है तो अपने पति की हत्या की जांच सीबीआई से क्यों नहीं कराती है. दूध का दूध, पानी का पानी हो जायेगा.
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3 मई को डॉक्टर ने छोड़ा शहर
बता दें कि रंगबाज़ों से परेशान डॉक्टर समीर ने धनबाद छोड़ दिया है. उन्होंने 3 मई, मंगलवार की शाम शहर छोड़ा. वे कहां गए हैं, यह उन्होंने नहीं बताया. डॉक्टर समीर ने लगातार से फोन पर कहा: ‘ मैंने 25 साल ईमानदारी से धनबाद के लोगों की सेवा की है. डर के माहौल में काम नहीं हो सकता. इसलिए धनबाद छोड़ दिया.’ उन्होंने यह बताने से इंकार किया कि वे कहां हैं. डॉक्टर समीर ने कहा कि हुनर है तो कहीं भी काम कर लेंगे. लेकिन, खुद और परिवार को डर के माहौल में नहीं रख सकता.
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