जिसका उत्तर भलीभांति जानते हों पहले उन सवालों को हल करने का करें प्रयास
Hazaribagh : झारखंड अधिविद्य परिषद (जैक) की ओर से आयोजित मैट्रिक और इंटरमीडिएट की फाइनल परीक्षा 14 मार्च से शुरू हो रही है. परीक्षा प्रारंभ होने के पहले कटकमसांडी प्लस टू हाई स्कूल के शारीरिक शिक्षक सरोज ने परीक्षार्थियों को इम्तिहान में बेहतर परफॉर्म करने के टिप्स दिए हैं. उन्होंने बताया कि मन में परीक्षा को लेकर तनाव बिल्कुल नहीं पालें और अपना आत्मविश्वास बनाए रखें. अंतिम समय में कुछ महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखकर बेहतर परिणाम पाया जा सकता है. कोरोना के कारण पिछले वर्ष से ही जैक ने परीक्षा के पैटर्न में बदलाव किए हैं. पूरे 100 अंकों में 40 नंबर बहुवैकल्पिक प्रश्न, 40 नंबर के लिखित प्रश्न और 20 नंबर इंटरनल है.
इसे भी पढ़ें : ऑस्कर में भारत ने लहराया परचम, नाटू नाटू को मिला बेस्ट ऑरिजनल सॉन्ग का अवॉर्ड
परीक्षा के पहले रात में 5 से 7 घंटे की नींद अभ्यर्थियों के लिए फायदेमंद होता है. सुबह 5 से 6 बजे उठ जाना चाहिए. फिर स्नान कर सुपाच्य नाश्ता करें. उसके बाद प्रवेश पत्र, कार्ड बोर्ड, पानी की बोतल सहेज लेनी चाहिए. परीक्षा के दिन कई अभ्यर्थी तनाव में कई गलतियां कर बैठते हैं, जिससे उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ता है. किसी भी परीक्षा में सफल होने के लिए विस्तृत अध्ययन के साथ-साथ महत्वपूर्ण रणनीति अपनानी जरूरी है. साल भर की मेहनत तीन घंटे में आप किस प्रकार परीक्षा हॉल में तय करते हैं, परिणाम उस पर निर्भर करता है. इसके लिए जरूरी है समय प्रबंधन, मानसिक एकाग्रता और दिमागी सक्रियता बनाए रखने की. परीक्षार्थियों को चाहिए कि परीक्षा केंद्र में आधे घंटे पहले पहुंच जाएं या परीक्षा केंद्र से घर की दूरी अधिक है, तो कम से कम इतना समय लेकर चलें कि कोई समस्या हो, तो पैदल चलकर भी वह परीक्षा केंद्र में पहुंच सकें.
नकारात्मक सोच वाले परीक्षार्थियों से रहें दूर
शिक्षक सरोज ने कहा कि परीक्षा केंद्र में उन अभ्यर्थियों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए जो नकारात्मक सोच रखते हों या उल्टा-पुल्टा प्रश्न करें. यह आत्मविश्वास को कमजोर करता है. खुद पर नकारात्मक भाव जरा भी हावी नहीं होने दें और खुद पर भरोसा बनाए रखें. परीक्षा हॉल में 15 मिनट पहले प्रवेश कर जाना चाहिए और अपने अनुक्रमांक के अनुसार सीट पर बैठकर दो मिनट लंबी गहरी सांस लें और तनाव को जरा भी अपने ऊपर हावी नहीं होने दें. उत्तर पत्रक ओएमआर शीट मिलने पर उसमें दिए गए निर्देशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर उसमें अपना नाम, विषय और अनुक्रमांक, रोल कोड सही-सही भर लें. उसके बाद प्रश्न पत्र मिलने पर एक बार उसके निर्देश को पढ़ते हुए सभी प्रश्नों को सरसरी निगाह से देखें. सबसे पहले आसान और उन प्रश्नों को हल करें, जिसे अभ्यर्थी बेहतर ढंग से जानते हैं. इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ता है. जो प्रश्न कठिन है, उस पर टिक कर आगे बढ़ जाना चाहिए, उसपर ज्यादा समय नहीं देना है. वैसे प्रश्न जिसको पढ़ने पर दिमाग में जवाब आ जाए, उसे तब तक न बदलें, जब तक कि आपको यकीन न हो जाए कि वह जवाब गलत है. चूंकि ऐसा माना गया है कि पूर्व में पढ़े गए कोई भी प्रश्न सामने हों, तो मस्तिष्क सही उत्तर को इंगित करता है. यह भी ध्यान रखना है ओएमआर शीट पर किसी भी प्रकार का ब्लेड या ह्वाइटनर का प्रयोग नहीं करना है. निगेटिव मार्किंग नहीं है, इसलिए सभी प्रश्नों को विद्यार्थी को हल करना चाहिए, जबकि 40 नंबर की लिखित परीक्षा में उन प्रश्नों को पहले हल करना है, जिसका उत्तर परीक्षार्थी अच्छी तरह से लिख सकते हैं. ध्यान रहे उत्तर पुस्तिका जितनी साफ-सुथरी और सुंदर होगी, बेहतर अंक मिलने के उतने चांस होते हैं. अगर किसी प्रश्न का पूरा उत्तर नहीं जानते हैं, तो उस स्टेप तक जरूर लिखें, जहां तक जानकारी है. चूंकि स्टेप पर भी अंक मिलते हैं.
इसे भी पढ़ें : पाताल में जा रहा पानी, लोगों की बढ़ी परेशानी