Dumka : मकर संक्रांति के मौके पर बाबा बासुकीनाथ की विशेष पूजा की गई. बाबा को दही-चूड़ा व गुड़ समेत तिल और लाई का भोग लगाया गया. बासुकीनाथ पंडा धर्म रक्षिणी सभा के अध्यक्ष मनोज पंडा ने बताया कि मकर संक्रांति के अवसर पर बाबा को भोग चढ़ाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है. बाबा को भोग लगाने के बाद ही इस क्षेत्र के लोग मकर संक्रांति अपने-अपने घरों में मनाते हैं.
बाबा को भोग चढ़ाने की परंपरा सदियों पुरानी
उन्होंने बताया कि मकर संक्रांति यानि 14 जनवरी को सूर्य रात्रि 8.34 मिनट में केंद्र परिवर्तन कर मकर राशि में प्रवेश करेंगे. इसे लेकर बाबा बासुकीनाथ मंदिर में 12 घण्टे पहले ही धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो चुका है. इस वर्ष बासुकीनाथ मंदिर में पूर्व की तरह भीड़ नहीं है. श्रद्धालु मास्क पहन कर मंदिर में प्रवेश कर रहे हैं. श्रद्धालु कोरोना को लेकर जागरूक हैं. इस वजह से भीड़ नहीं है.
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