Ranchi : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव से जुड़े रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में मनी लांड्रिंग की जांच कर रही है. इस सिलसिले में जांच एजेंसी ने शुक्रवार को रांची में भी छापेमारी की. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ईडी की टीम लोअर बाजार थाना क्षेत्र के कांटाटोली स्थित मंगल टावर के पास एक चार्टर्ड अकाउंटेंट के ऑफिस में छापा मारा. इसके लिए वहां भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किया गया था. बताया जा रहा है कि सीए अजॉय कुमार की कंपनी एसके नायक एंड कंपनी परिसर में छापेमारी की गयी, जो लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के नेता अबू दोजाना के सीए बताये जा रहे हैं.
बिहार, दिल्ली समेत कई ठिकानों पर रेड
ईडी की टीम ने रांची के अलावा बिहार के कई शहरों में एक साथ छापेमारी की कार्रवाई शुरू की. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद की तीन बेटियों और राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं के परिसरों में छापे मारे गये. पटना के फुलवारीशरीफ के अलावा दिल्ली एनसीआर और मुंबई में भी लालू प्रसाद की बेटियों रागिनी यादव, चंदा यादव व हेमा यादव और राजद के पूर्व विधायक अबू दोजाना से जुड़े परिसरों में छापे मारे गये.
क्या है मामला
यह मामला लालू प्रसाद के वर्ष 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहने के दौरान उनके परिवार को तोहफे में भू-खंड प्राप्त होने या इसे बेचने के बदले में लोगों को रेलवे में कथित तौर पर नौकरी दिये जाने से जुड़ा है केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने इस मामले में आपराधिक षड्यंत्र और भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के प्रावधानों के तहत लालू प्रसाद, उनकी पत्नी एवं बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और 14 अन्य के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है. सभी आरोपियों को 15 मार्च को सीबीआई की ओर से तलब किया गया है. ईडी का मामला सीबीआई में दर्ज शिकायत से ही जुड़ा हुआ है. यह धनशोधन यानी मनी लांड्रिंग रोकथाम अधिनियम की आपराधिक धाराओं के तहत दर्ज किया गया है. इस मामले में सीबीआई ने हाल ही में राजद के नेता लालू प्रसाद और उनकी पत्नी राबड़ी देवी से पूछताछ की थी.
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