शुक्रवार की सुबह 7:00 बजे शुरू छापेमारी शनिवार अहले सुबह 4:30 बजे हुई समाप्त
इजहार अंसारी के बेटे को चार घंटे तक ईडी ने अपने साथ रख फिर पहुंचाया घर
Hazaribagh : हजारीबाग के पेलावल स्थित मिल्लत कॉलोनी में शुक्रवार की सुबह 7:00 बजे जिस ईडी की रेड शुरू हुई थी, वह अगले दिन शनिवार सवेरे 4:30 बजे समाप्त हुई. लगभग 22 घंटे की इस छापेमारी के दौरान ईडी ने भारी मात्रा में कैश बरामद किया है. शुक्रवार की दोपहर में तीन करोड़ रुपए बरामद होने की बात कही गई, जो देर शाम होते-होते पांच करोड़ तक पहुंच गई .लेकिन इस बाबत अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई. शनिवार को छापेमारी समाप्त होने के बाद पूरे मोहल्ले में सन्नाटा पसरा रहा. छापेमारी के दौरान मोहल्ले के लोग आपस में चर्चा कर रहे थे कि आखिर कितने पैसे बरामद किए गए हैं. लेकिन आज उस मोहल्ले में कोई भी व्यक्ति कुछ भी कहने को तैयार नहीं था. घर के लोगों ने भी इस पूरे प्रकरण पर किसी भी तरह का बयान नहीं दिया. कल की तरह आज भी घर का दरवाजा बंद रहा और कोई भी परिवार के सदस्य घर से बाहर नहीं निकला. घर के मुखिया इजहार अंसारी के बारे में यह बताया जा रहा है कि वह कल से ही घर में नहीं है. ऐसे में इजहार अंसारी का बयान बेहद महत्व होगा कि कितने पैसे जब्त किए गए. पैसा किस मद का है और यह पैसा कहां से लाया गया.
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ED ने बेटे से चार घंटे तक ली प्रोपर्टी की जानकारी
छापेमारी के दिन इजहार अंसारी के बेटे चांद अंसारी को ईडी ने डिटेन किया था. लगभग चार घंटे तक उसे हजारीबाग के विभिन्न इलाकों में घुमाया गया और प्रॉपर्टी के बारे में जानकारी ली गई. बताया जाता है कि इस दौरान उससे यह जानकारी ली गई कि उसके पिता इजहार अंसारी ने किन इलाकों में जमीनें ली हैं और उसकी कीमत क्या है. यह भी बताया जाता है कि ईडी की टीम ने उनके स्कूल में भी जाकर प्रॉपर्टी देखी है. रात लगभग 8:30 बजे के आसपास उसे ईडी ने वापस घर पहुंचा दिया.
ईडी की टीम ने जब्त पैसे ले गई रांची
प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार को 8:00 बजे के आसपास नोट गिनने की तीनों मशीनें बैंक को वापस कर दी गई. लेकिन पैसे हजारीबाग के बैंक में जमा नहीं किए गए. चूंकि छापेमारी के दौरान काफी समय लगा. इस कारण ईडी की टीम पैसे अपने साथ रांची ले गई. पैसे को ईडी की टीम रांची पंजाब नेशनल बैंक के किसी शाखा में जमा करेगी. लेकिन इसकी भी अधिकारिक पुष्टि नहीं है. जानकारी के अनुसार नोट गिनने की प्रक्रिया दोपहर 1:00 बजे से शुरू की गई, जो रात के 7:00 बजे तक चली.
कोल लिंकेज प्रकरण से जुड़ी थी छापेमारी
दरअसल हजारीबाग में छापेमारी कोल लिंकेज प्रकरण से जुड़ा हुआ है. बर्खास्त आईएस पूजा सिंघल के मामले में इन दिनों पूरे राज्य भर में छापेमारी कर रही है. उनकी कमाई गई अवैध राशि की जानकारी इकट्ठा की जा रही है. इस दौरान पूजा सिंघल ने किन लोगों को मदद की और उसमें कितने पैसे कमाये गए इसकी विस्तृत जानकारी ली जा रही है. उसी कड़ी में यह छापेमारी की गई.
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ऐसे चलता था काली कमाई का खेल
यह भी बताया जाता है कि निलंबित आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल जब खनन सचिव थीं, उस समय इजहार अंसारी ने बड़े पैमाने पर कोयले से अवैध कमाई की. कोयले की काली कमाई का एक बड़ा हिस्सा पूजा सिंघल और दूसरे अधिकारियों के पास भी भेजा था. पूजा सिंघल झारखंड राज्य खनिज विकास निगम लिमिटेड के रियायती कोल का फर्जी आवंटन करती थी. फिर उसी आवंटित कोयले की तस्करी की जाती थी.
इजहार अंसारी के नाम पर 12 से अधिक शेल कंपनियां
इजहार अंसारी के नाम पर 12 से अधिक शेल कंपनियां हैं. इन्हीं शेल कंपनियों के नाम पर कोयला तस्करी के पैसों को हवाला के जरिए इधर-उधर किया जाता था. ईडी की टीम इजहार अंसारी की सभी शेल कंपनियों के दस्तावेज को हासिल कर जांच में जुट गई है. इजहार अंसारी बरही के तत्कालीन विधायक मनोज यादव के पार्टनर बताए जाते हैं इनका अपना घर चरही के इंदिरा पंचायत में है. ये कुल 6 भाई हैं. हजारीबाग में इनकी एक अपनी पहचान भी है. इनके दो बेटे हैं .उनमें से एक बेटा विदेश में पढ़ाई भी की है.विदेश में पढाई करने के बाद हजारीबाग में एक निजी स्कूल चला रहे हैं. इसके अलावा भी इनके कई तरह के व्यापार हैं.