Ranchi : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को संदेह है कि साहिबगंज के डीएसपी सीएम के सहयोगी के खिलाफ अवैध खनन की जांच को विफल कर रहे हैं. ईडी को शक है कि साहिबगंज के डीएसपी राजेंद्र दुबे विजय हांसदा मामले में भी पंकज मिश्रा के खिलाफ जांच को विफल करने में शामिल होंगे. राजेंद्र दुबे ने इस मामले की जांच करने के बजाय हांसदा के सहयोगी परशुराम कुमार यादव को पूछताछ के लिए नोटिस जारी कर दिया. परशुराम कुमार यादव वह व्यक्ति है, जिन्होंने हांसदा से जेल में मुलाकात की और सभी आवश्यक व्यवस्थाएं कीं, जिससे हांसदा को अदालत का दरवाजा खटखटाना पड़ा. हांदसा ने कहा कि उन्होंने पंकज मिश्रा के खिलाफ अपनी शिकायत कभी वापस नहीं ली और साहिबगंज पुलिस जो दावा कर रही है वह पूरी तरह से झूठ है.
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अपने इलाके में अवैध खनन करने की शिकायत दर्ज कराई है
विजय हांसदा ने पंकज मिश्रा के खिलाफ अपने इलाके में अवैध खनन करने की शिकायत दर्ज कराई है. बयान के अनुसार, पंकज मिश्रा ने उनके साथ मारपीट की और एक आदिवासी के रूप में उनकी पहचान का दुरुपयोग किया. परशुराम यादव का उस केस से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन अब पुलिस उससे पूछताछ करना चाहती है और ये बेहद अजीब और पेंचिदाहै. ईडी ने डीएसपी राजेंद्र दुबे को 8 दिसंबर को पूछताछ के लिए समन भेजा है. विजय हांसदा पंकज मिश्रा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी के गवाह हैं और उनके नए बयानों और उनकी शिकायत को फिर से खोलने से चल रही मनी लॉन्ड्रिंग जांच पर असर पड़ेगा. जाहिर है, जिला पुलिस ने परशुराम यादव को यह जानने के लिए तलब किया है कि मामला बंद होने पर इस मामले को फिर से खोलने के लिए विजय हांसदा को किसने प्रभावित किया. साहिबगंज के मूल निवासी विजय हांसदा वर्तमान में साहिबगंज जेल में बंद हैं.
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