Ranchi: झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्या ने भारत निर्वाचन आयोग की ओर से दो राष्ट्रीय दलों के स्टार प्रचारकों के संबंध में नोटिस भेजे जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने दो राष्ट्रीय दलों को दो नोटिस भेजा है. दोनों पार्टियों से स्टार प्रचारकों के बारे में स्पष्टीकरण मांगा है. सुप्रियो शुक्रवार को हरमू स्थित पार्टी कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों से मुखातिब होते हुए बोल रहें थे. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने ऐसी परंपरा की शुरूआत पहली बार की है. क्योंकि यह जो मांग प्रधानमंत्री की है, चुनाव आयोग को हिम्मत नहीं हुई कि पीएम मोदी को नोटिस भेजा जाये. जब चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने के बाद कांग्रेस प्रवक्ता को नोटिस भेजकर स्पष्टीकरण मांगा गया है, दूसरा स्पष्टीकरण दिलीप घोष से मांगा गया. पीएम को नोटिस क्यों नहीं यह बड़ा प्रश्न है.
इसे पढ़ें- गोड्डा : जनता ने जिसे 4 बार नकारा, कांग्रेस ने उसे बनाया उम्मीदवार- निशिकांत
बीजेपी नेताओं पर कोई कार्रवाई नहीं
भारतीय जनता पार्टी की ओर से लगातार गलत भाषण दिये जा रहे हैं. बिहार में गिरिराज सिंह के भाषा पर आयोग ने कुछ नहीं बोला. बीजेपी के कई नेता गलत भाषण व बयानबाजी करने से बाज नहीं आते हैं. किंतु चुनाव आयोग द्वारा उन नेताओं पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.
सुप्रीम कोर्ट का फैसला मान्य
सुप्रीम कोर्ट ने ईवीएम से वोटिंग की मान्यता को वैध दिये जाने के फैसले को उन्होंने सही करार दिया है. किंतु यह अंतिम फैसला नहीं है, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि फिर से सुना यदि कोई शिकायत है, अगर शिकायत है तो उसकी जांच भी हो सकती है, किंतु जांच का खर्च शिकायतकर्ता को देना होगा.