Ranchi : झारखंड समेत देश के विभिन्न हिस्सों में भीषण गर्मी पड़ रही है. दिन का तापमान 40 के पार है. धूप ऐसा मानो आसमान से सूरज देवता आग उगल रहे हो. इस भीषण गर्मी और बदन को जलाने वाली धूप से लोग परेशान हैं. अस्पतालों में हीट वेव के शिकार लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है. राज अस्पताल के इमरजेंसी फिजिशियन डॉ. शुभम शेखर ने लोगों से धूप से बचने की अपील की है. उन्होंने कहा कि जरूरत न हो तो धूप में न निकलें. अगर जरूरी हो तो धूप के प्रभाव से बचने के उपाय को अपनाएं. पानी का खूब सेवन करें. सिर को हमेशा ढंक कर रखें. डॉ. शुभम शेखर ने कहा कि अगर किसी व्यक्ति को लू लग जाए, तो उसे हाइड्रेट करें. लगातार पानी या स्पोर्ट्स ड्रिंक दें. फिर उसके पूरे शरीर को गीले कपड़ों से पोंछ दें. थोड़ी देर बाद गीला तौलिया सिर पर रखें, ताकि दिमाग ठंडा रहे. शरीर का तापमान कंट्रोल होने पर ताज़े पानी से स्नान कराएं.
हीट स्ट्रोक से बचने के लिए, इन बातों का रखें ध्यान
- दिन भर में कम से कम दो लीटर पानी पीएं.
- नारियल पानी, जूस, लस्सी, नींबू पानी, छाछ या ओआरएस जैसे हाइड्रेटिंग तरल पदार्थ पीएं.
- संतरे, तरबूज, खरबूजा जैसे मौसमी फल खाएं.
- शराब, चाय, कॉफ़ी और कार्बोनेटेड शीतल पेय न पीएं.
- धूप से बचने के लिए सिर पर हैट या कपड़ा पहनें.
- आंखों को बचाने के लिए चश्मा लगाएं.
- त्वचा को बचाने के लिए सनस्क्रीन लगाएं.
- ढीले और हल्के रंग के कपड़े पहनें.
- शरीर को ठंडा रखने के लिए पंखे-कूलर या एसी का इस्तेमाल करें.
- ज़रूरत से ज़्यादा कपड़े न पहनें.
- अगर बाहर जाना पड़ रहा है, तो छाता साथ में रखें.
- दोपहर की धूप में बाहर न निकलें.
- एसी से निकलकर सीधे गर्म धूप में न निकलें.
- धूप से आकर तुरंत ठंडा पानी न पीएं.
- अगर आपको प्यास लग रही है, तो धूप से आने के बाद हमेशा सादा या घड़े का पानी पीएं
लू लगने के लक्षण क्या है?
उल्टी और मतली, जी मिचलाना, तेज बुखार, लूज मोशन, त्वचा का सूखना या गर्म होना, त्वचा का लाल होना, डिमेंशिया, सिरदर्द या चक्कर आना, मांसपेशियों में एंठन, बेहोशी, धड़कन तेज होना आदि लू लगने के लक्षण हैं.
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