Bermo: इंडियन एक्सप्लोसिव कर्मचारी संघ IEL गोमिया ने सोमवार को गोमिया बारूद कारखाना गेट पर धरना दिया. तय कार्यक्रम के अनुसार अनिश्चितकालीन धरना जारी रहता, लेकिन संघ ने इसमें बदलाव करते हुए प्रबंधन को 8 अक्तूबर तक का समय देकर फिलहाल धरना समाप्त कर दिया.
कांग्रेसी कार्यकर्ता भी थे
मिली जानकारी के अनुसार कल रात से ही यूनियन के कर्मचारी मुख्य गेट के सामने मौजूद थे. वे कंपनी के अन्य कर्मचारियों और अधिकारियों पर निगरानी रख रहे थे. इस बीच कर्मचारियों और यूनियन के कर्मचारियों के बीच थोड़ी हाथापाई भी हुई. वहीं इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता भी जुटे थे. जेएमएम के कार्यकर्ता भी आंदोलन का समर्थन करने पहुंचे थे. इसके अलावा छात्र संघ, महिला मोर्चा और आरसीएमएस के नेता और कार्यकर्ता कार्यक्रम पहुंचे थे. गोमिया के पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद ने भी मंच साझा किया. सभा को संबोधित करते हुए कुमार जय मंगल ने कहा कि मल्टीनेशनल कंपनी यहां नियम विरुद्ध मजदूरों का शोषण करती है. जबकि कोरोना काल में कंपनी ने करोड़ों रुपये का मुनाफा कमाया है. मजदूरों का कोरोना काल मे निधन भी हुआ, लेकिन कंपनी ने सहानुभूति के लिए भी कोई मदद नहीं की.
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विस्थापितों को वापस करनी होगी जमीन
उन्होंने कहा कि यदि प्रबंधन मजदूरों की मांग नहीं मानती है तो 8 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन धरना और गेट जाम का कार्यक्रम किया जाएगा. गोमिया के पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद ने कहा कि कंपनी ने यहां सैकड़ों एकड़ जमीन अधिग्रहित की है. जबकि इसका कारखाना बहुत ही कम जमीन पर चल रहा है. कंपनी उस जमीन का उपयोग नहीं कर रही है. उसे विस्थापितों को वापस करना होगा. सभा को नप अध्यक्ष राकेश सिंह, महेन्द्र विश्वकर्मा, गिरिजा शंकर पांडेय, विकास सिंह, मदन मोहन महतो, विल्सन फ्रांसीस, अजय सिंह, राकेश नायक, नीतू सिंह, उर्मिला देवी, पम्मी सिंह, सुबोध सिंह पवार ने संबोधित किया. IEPL कंपनी के प्रबंधक ने बेरमो विधायक कुमार जयमंगल के साथ वार्ता की. इसके बाद आंदोलन समाप्त हुआ. इसमें गोमिया प्रखंड के कार्यकारी अध्यक्ष पंकज पांडेय और पेटरवार प्रखंड के कमलेश प्रसाद मौजूद थे.
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