Ranchi : राज्य के गरीब लोगों को जनवितरण प्रणाली के तहत अनाज मिल सके, इसके लिए राशन कार्ड दिया जाता है. हालांकि आर्थिक रूप से सक्षम होने के बावजूद कई बार लाभार्थी परिवार के लोग अधिकारियों, मुखिया, पार्षदों की मिलीभगत से राशन कार्ड बनाकर अनाज का उठाव करते हैं. ऐसा होने से योग्य व्यक्ति राशन कार्ड योजना से वंचित हो जाते हैं. सरकार 2016 से ही ऐसे लोगों से अपील करती रही है कि वे अपने क्षेत्र के प्रखंड विकास पदाधिकारी को राशन कार्ड लौटा दें. लेकिन लोगों पर इस अपील का कोई असर नहीं दिखता है. अब जल्द ही ऐसे लोगों के खिलाफ खाद्य आपूर्ति विभाग के स्तर पर कार्रवाई की तैयारी हो रही है.
जनवितरण प्रणाली (नियंत्रण) आदेश- 2019 के तहत होगी कार्रवाई
विभागीय अधिकारियों की मानें, तो जांच के क्रम में यदि कोई राशनकार्डधारी सरकार द्वारा निर्धारित मानकों से अलग लाभ लेते पाये जाते हैं, तो उसके खिलाफ झारखंड लक्षित जन वितरण प्रणाली (नियंत्रण) आदेश- 2019 की धाराओं के तरह कार्रवाई की जाएगी. विभाग द्वारा सभी प्रखंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने क्षेत्र के लोगों से अपील करें कि आर्थिक रूप से सक्षम लोग राशन कार्ड लौटा दें. प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा जांच उपरांत जिला आपूर्ति अधिकारी को रिपोर्ट देने का भी निर्देश दिया गया है.
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वोट बैंक सहित सरकारी तंत्र की लापरवाही हैं प्रमुख कारण
आर्थिक रूप से सक्षम लोगों को राशनकार्ड देने के पीछे का कारण तो कई हैं, पर इसमें सबसे प्रमुख वोट बैंक और सरकारी तंत्र की लापरवाही हैं. विभाग की मानें, तो मुखिया इसलिए ऐसे लोगों पर कार्रवाई नहीं करते हैं, क्योंकि उनका वोट बैंक प्रभावित होता है. वहीं सरकारी स्तर पर अधिकारी भी आर्थिक रूप से सक्षम लोगों को राशन कार्ड उपलब्ध कराकर आर्थिक लाभ लेते हैं.
तीन तरह के कार्ड देने का हैं प्रावधान
बात दें कि राज्य में लोगों को तीन प्रकार के राशन कार्ड दिये जाते हैं. तीनों राशन कार्ड परिवार की आर्थिक स्थिति और परिवार के सदस्यों की संख्या के आधार पर दिये जाते हैं. इसमें पहला कार्ड “एपीएल राशन कार्ड” है, जो गरीबी रेखा से ऊपर आने वालों को दिया जाता है. ऐसे लोगों की वार्षिक आय 1 लाख से ज्यादा होती है. दूसरा “बीपीएल राशन कार्ड” गरीबी रेखा से नीचे के लोगों को दिया जाता है. ऐसे लोगों की वार्षिक आय 1 लाख से कम होती है. इस राशन कार्ड से रियायती दरों पर कार्ड धारक राशन खरीद सकते हैं. वहीं तीसरी तरह का राशन कार्ड “अंत्योदय राशन” कार्ड है. जो उन सभी लोगों को दिया जाता है जो बहुत ही ज्यादा गरीब होते हैं और जिनकी आय का कोई स्थिर साधन नहीं होता है. इस राशन कार्ड के माध्यम से सरकार द्वारा रियायती दरों पर राशन प्रदान किया जाता है.
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