NewDelhi : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा वीडी सावरकर पर दिये गये बयान के बाद देश में सियासी पारा चढ़ गया है. एक ओर राजनाथ सिंह के बयान पर असदुद्दीन ओवैसी ने हल्ला बोला, तो दूसरी ओर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने भी मोरचा संभाल लिया है, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरएसएस की तुलना नक्सलियों से कर दी है, भूपेश बघेल मीडिया को दिये बयान में कहा कि छत्तीसगढ़ में आरएसएस की नहीं चलती है, सब कुछ नागपुर से चलता है. नक्सलियों के नेता आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और अन्य राज्य में हैं और यहां के लोग गोली चलाने और खाने का काम करते हैं. कहा कि ऐसी ही स्थिति आरएसएस की भी है.
Where was Mahatma Gandhi&where was Savarkar at that time? Savarkar was in jail. How could they’ve communicated? He filed mercy petitions from jail & continued being with Britishers.He was the 1st to speak of 2 nation theory after coming out of jail in 1925: Chhattisgarh CM Baghel https://t.co/1aEsVMgZLC pic.twitter.com/9lmW1cUa3B
— ANI (@ANI) October 13, 2021
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सावरकर जेल में थे तो महात्मा गांधी की उनसे बात कैसे हुई?
यहां आरएसएस के लोगों का महत्व नहीं है, जो कुछ है वह नागपुर है. छत्तीसगढ़ के सीएम ने रक्षामंत्री के सावरकर वाले बयान पर निशाना कहा कि उस समय सावरकर कहां थे और महात्मा गांधी कहां थे? सावरकर जेल में थे तो महात्मा गांधी की उनसे बात कैसे हुई? उन्होंने कहा कि सावरकर ने दया याचिका दाखिल की और उसके बाद अंग्रेजों के साथ ही रहने लगे. 1925 में जेल से छूटने के बाद सावरकर ऐसे पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने टू नेशन थ्योरी की वकालत की थी.
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तो सावरकर को राष्ट्रपिता बना देंगे : ओवैसी
बता दें कि राजनाथ सिंह ने कहा था कि वीर सावरकर को बदनाम करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है. उनके बारे में कहा जाता है कि उन्होंने आजीवन कारावास के दौरान ब्रिटिश हुकूमत के समय दया याचिका दाखिल की थी. जबकि, उनसे दया याचिका के लिए महात्मा गांधी ने ही कहा था. कहा था सावरकर को हिंदूवादी बताया जाता है. सावरकर हिंदुत्व को मानते जरूर थे, लेकिन वे हिंदूवादी नहीं थे. वे राष्ट्रवादी थे. वे 20वीं सदी के सबसे बड़े सैनिक व रक्षा विशेषज्ञ थे. असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा क ये लोग विकृत इतिहास को पेश कर रहे हैं. अगर ऐसा ही चलता रहा, तो वे महात्मा गांधी को हटा देंगे और सावरकर को राष्ट्रपिता बना देंगे, जिन पर महात्मा गांधी की हत्या का आरोप था.