Saurav Singh
Ranchi : अभिषेक श्रीवास्तव की वजह से टीपीसी को कोयलांचल (पिपरवार, खलारी) में अन्य कोयला कारोबारियों से लेवी मिलना हो बंद हो गया था. जिसकी वजह से जेल में बंद टीपीसी कमांडर भीखन गंझू ने इरफान अंसारी के माध्यम से अभिषेक श्रीवास्तव की हत्या की साजिश रची थी. बीते दिनो पुलिस ने भीखन गंझू को रिमांड पर लिया था और इरफान अंसारी के आमने सामने बैठाकर पूछताछ की थी. इस दौरान पुलिस को कई जानकारियां मिली है.
अभिषेक श्रीवास्तव ने लेवी देने से किया था इनकार
अभिषेक श्रीवास्तव ने पिपरवार में रैक लोडिंग का काम लिया था. रैक लोडिंग करने का काम अभिषेक ने टीपीसी से जुड़े लोगों को दिया था. लेकिन अभिषेक श्रीवास्तव ने टीपीसी को लेवी देना बंद कर दिया. जिसकी वजह से टीपीसी ने अपने लोगों को रैक लोडिंग करने से मना कर दिया. इसके बाद अभिषेक श्रीवास्तव दूसरे से रैक लोडिंग कराने लगा. इसी दौरान अभिषेक श्रीवास्तव ने खलारी क्षेत्र में कोयला ट्रांसपोर्टिंग का काम भी ले लिया. उसने टीपीसी को लेवी देने से इनकार कर दिया. इतना ही नहीं अभिषेक को देखकर पिपरवार और खलारी में बाकी कोयला कारोबारियों ने भी टीपीसी को लेवी देना बंद कर दिया.
दहशत पैदा करने के लिए की गयी थी अभिषेक श्रीवास्तव की हत्या
टीपीसी को जब अन्य कोयला कारोबारी ने लेवी देना बंद कर दिया तो जेल बंद भीखन ने इरफान के माध्यम से हत्या की साजिश रची. जानकारी के मुताबिक, टीपीसी उग्रवादियों ने पहले अभिषेक श्रीवास्तव का रैक लोडिंग का काम करने वाले की हत्या की योजना बनायी थी. लेकिन फिर प्लान बदल दिया गया. टीपीसी उग्रवादियों ने अभिषेक श्रीवास्तव की हत्या की योजना बनायी, ताकि लोगों में दहशत पैदा हो सके और सभी कारोबारी भय से लेवी देना शुरू कर दें. इस घटना को अंजाम देने के लिए टीपीसी उग्रवादियों ने अभिषेक श्रीवास्तव की रेकी भी की थी.
चार जनवरी को हुई थी अभिषेक श्रीवास्तव की हत्या
राजधानी के रातू थाना क्षेत्र के आस्थापुरम पिर्रा निवासी अभिषेक श्रीवास्तव पिपरवार, मगध और पुरनाडीह साइडिंग में कोयला लिफ्टिंग का कारोबार करते थे. अभिषेक श्रीवास्तव की हत्या चार जनवरी को की गयी थी. उस दिन वे सुबह 10 बजकर 15 मिनट में रांची जाने की बात कह कर घर से निकले थे. उनका घर रिंग रोड से आधा किमी दूर है. करीब 10:30 बजे वे रिंग रोड की ओर जा रहे थे. तभी सामने से महाराष्ट्र नंबर वाली सफेद रंग की स्कार्पियो कार आयी. मंकी कैप पहने दो अपराधी गाड़ी से निकले और दो अपराधी कार में ही बैठे थे. अपराधियों ने अभिषेक श्रीवास्तव की फॉर्च्यूनर कार पर सामने से ताबड़तोड़ फायरिंग की. गोली मारने के बाद अपराधी स्कॉर्पियो पर सवार होकर भाग गये. घायल अभिषेक को मेडिका अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.