LagatarDesk : देशभर के लोग नये साल के जश्न में डूबे हुए हैं. साल 2021 खत्म हो चुका है और अपने साथ कई बुरी चीजों को लेकर जा रहा है. आने वाला नया साल नई उम्मीदों भरा होगा. नये साल में शेयर बाजार, इकोनॉमी और टेक जगत में कई अच्छी चीजें होने की उम्मीद है.
नये साल में शेयर बाजार की अच्छी रहेगी चाल
साल की शुरुआत भले ही ओमिक्रॉन के साये में हो रही है. लेकिन नये साल में शेयर मार्केट लंबी छलांग लगा सकता है. 2022 में शेयर बाजार बुलिश रहने वाला है. WealthMills Securities के इक्वटी स्ट्रैटेजिस्ट क्रांति बाथिनी की मानें तो 2022 के अंत तक सेंसेक्स 65,000 से 70,000 के बीच रहेगा. जबकि निफ्टी 22,000 अंक को पार कर सकती है. सीएनआई रिसर्च के किशोर ओस्तवाल का मानना है कि इस साल निफ्टी 21 हजार के लेवल पर पहुंच सकती है.
जनवरी-फरवरी में 45 कंपनियों का खुलेगा सब्सक्रिप्शन
साल 2022 आईपीओ वाला साल रहने वाला है. क्योंकि शेयर बाजार में अगले दो महीने यानी जनवरी-फरवरी में एलआईसी समेत 45 कंपनियों के आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेंगे. मार्केट रेग्युलेटर सेबी के पास आईपीओ के लिए पिछले तीन महीने में 40 कंपनियों ने पेपर जमा किये हैं.
सबसे बड़ा होगा एलआईसी का आईपीओ
दुनिया की सबसे बड़ी बीमा कंपनियों में से एक एलआईसी का आईपीओ भी इस कतार में है. इनमें Ola, Byjus और Oyo जैसी स्टार्टअप कंपनियां भी शामिल हैं. रिपोर्ट्स की मानें तो एलआईसी 80 हजार से एक लाख करोड़ रुपये तक का आईपीओ ला सकती है. यह अब तक के सबसे बड़े आईपीओ में से एक होने वाला है.
नये साल में 13 मेट्रो और बड़े शहरों को मिलेगा 5G नेटवर्क
साल 2022 यानी नये साल में भारत में 5G सर्विस का इंजतार खत्म हो सकता है. 5G सबसे पहले 13 मेट्रो और बड़े शहरों में लॉन्च किया जायेगा. गुरुग्राम, बैंगलुरू, कोलकाता, मुंबई, दिल्ली, अहमदाबाद, हैदराबाद और पुणे सहित महानगर और प्रमुख शहर अगले साल 5G सेवाएं प्राप्त करने वाले पहले शहर होंगे. उसके बाद बाकी शहरों में भी शुरू किये जायेंगे. 5G नेटवर्क के लिए सरकार मार्च-अप्रैल तक स्पेक्ट्रम की नीलामी करेगी.
नये साल में अर्थव्यवस्था को लेकर भी अच्छे संकेत
नये साल में अर्थव्यवस्था में तेजी की उम्मीद है. कोरोना के कारण भारत की इकोनॉमी डांवाडोल हो गयी थी. लेकिन अब देश में हालात सुधरते दिख रहे हैं. ऐसे में इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड ने अनुमान लगाया है कि साल 2022 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर सबसे तेज होगी. वृद्धि दर 8.5 फीसदी तक पहुंच सकती है. जबकि अमेरिका में यह दर 5.2 फीसदी तक ही हो सकती है. खास बात यह है कि भारत को छोड़कर किसी भी अन्य देश में यह वृद्धि दर 6 फीसदी से ऊपर नहीं जाने का अनुमान जताया गया है.
नये साल में महंगाई से राहत की उम्मीद कम
साल 2022 में आम जनता को महंगाई से राहत की उम्मीद कम है. एक्सपर्ट का कहना है कि महंगाई का जो ट्रेंड देखने को मिल रहा है. उस हिसाब से नये साल में आम लोगों की जेब और ढीली होने वाली है. भारत में थोक महंगाई का आंकड़ा अर्थशास्त्रियों को परेशान कर रही है. थोक महंगाई के चिंताजनक स्तर के पीछे का कारण सप्लाई है. यह देश की इकोनॉमी के लिए अच्छी नहीं है. खासकर तब जब भारत के सामने महामारी की नयी लहर का संकट मंड़रा रहा है. मार्च-अप्रैल में खुदरा महंगाई दर भी 6 फीसदी के दायरे को पार कर सकती है.