LagatarDesk : भारत का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार दूसरे सप्ताह गिरावट देखने को मिली. 23 दिसंबर को खत्म हुए सप्ताह में कोष 9.1 करोड़ डॉलर घटकर 562.808 अरब डॉलर पर गया. इससे पहले 16 दिसंबर 2022 को समाप्त हुए सप्ताह में देश का भंडार 57.1 करोड़ डॉलर घटकर 563.5 अरब डॉलर पर आ गया था.रिपोर्टिंग वीक में फॉरेन करेंसी एसेट्स (एफसीए) घटा है. हालांकि स्वर्ण भंडार, इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड यानी आईएमएफ (IMF) में मिला देश का एसडीआर यानी स्पेशल ड्राइंग राइट और आईएमएफ में रखा आरक्षित मुद्रा भंडार में इजाफा देखने को मिला है. भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार 30 दिसंबर को आंकड़ा जारी करके इसकी जानकारी दी. (पढ़ें, RSS की बैठक गोवा में 5-6 जनवरी को, सरसंघचालक मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले शामिल होंगे)
लगातार पांच सप्ताह से विदेशी मुद्रा भंडार में हो रहा था इजाफा
भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार पांचवें सप्ताह इजाफा हुआ है. आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, 9 दिसंबर के खत्म हुए सप्ताह में यह 2.91 अरब डॉलर बढ़कर 564.1 अरब डॉलर रहा था. इससे पहले 2 दिसंबर को समाप्त हुए सप्ताह में यह 11.02 अरब डॉलर बढ़कर 561.16 अरब डॉलर पर पहुंच गया था. इससे पहले 25 नवंबर को समाप्त हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 2.89 अरब डॉलर की उछाल के साथ 550.14 अरब डॉलर पर आ गया. 18 नवंबर को खत्म हुए सप्ताह में भारत का कोष 2.54 अरब डॉलर बढ़कर 547.25 अरब डॉलर पहुंच गया. 1 नवंबर को समाप्त हुए सप्ताह में भारत का भंडार 14.72 अरब डॉलर के जबरदस्त उछाल के साथ 544.715 अरब डॉलर पर जा पहुंचा था. जो अगस्त 2021 के बाद सबसे अधिक इजाफा था.
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1.134 अरब डॉलर घट गया फॉरेन करेंसी एसेट्स
रिपोर्टिंग वीक में फॉरेन करेंसी एसेट्स (एफसीए) 1.134 अरब डॉलर घटकर 498.49 अरब डॉलर रह गया. इससे पहले 16 दिसंबर 2022 को समाप्त हुए सप्ताह में एफसीए 50 करोड़ डॉलर घटकर 499.624 अरब डॉलर रह गया था. वहीं इससे पहले एफसीए 3.141 अरब डॉलर बढ़कर 500.125 अरब डॉलर हो गया था. बता दें कि विदेशी मुद्रा भंडार में फॉरेन करेंसी एसेट्स का अहम हिस्सा होता है. इसके बढ़ने और घटने से देश के भंडार पर सीधा असर पड़ता है. एफसीए घटने के कारण ही विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट आयी है. फॉरेन करेंसी एसेट्स में डॉलर के अलावा यूरो, पाउंड और येन जैसी मुद्राओं को भी शामिल किया जाता है.
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रिपोर्टिंग वीक में गोल्ड रिजर्व 39 करोड़ डॉलर बढ़ा
आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन सप्ताह में गोल्ड रिजर्व में बढ़त दर्ज की गयी है. 23 दिसंबर को खत्म हुए सप्ताह में स्वर्ण भंडार 39 करोड़ डॉलर बढ़कर 40.969 अरब डॉलर पर पहुंच गया. इससे पहले 16 दिसंबर को समाप्त हुए सप्ताह में स्वर्ण भंडार 15 करोड़ डॉलर घटकर 40.579 अरब डॉलर रह गया था. वहीं 9 दिसंबर को खत्म हुए सप्ताह में स्वर्ण भंडार 29.6 करोड़ डॉलर घटकर 40.729 अरब डॉलर रह गया था. हालांकि इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड यानी आईएमएफ (IMF) में मिला देश का एसडीआर यानी स्पेशल ड्राइंग राइट 80 लाख डॉलर बढ़कर 18.19 अरब डॉलर पर पहुंच गया. इससे पहले आईएमएफ में मिला देश का एसडीआर 7.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.181 अरब डॉलर हो गया था. जबकि इससे पहले यह 6.1 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.106 अरब डॉलर पर पहुंच गया था.
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आरक्षित मुद्रा भंडार 4.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 5.159 अरब डॉलर हो गया
आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन सप्ताह में आईएमएफ में रखा आरक्षित मुद्रा भंडार 4.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 5.159 अरब डॉलर हो गया. इससे पहले समीक्षाधीन सप्ताह में आईएमएफ में रखा आरक्षित मुद्रा भंडार 40 लाख डॉलर बढ़कर 5.114 अरब डॉलर पर पहुंच गया था. इससे पहले यह 20 लाख डॉलर बढ़कर 5.11 अरब डॉलर हो गया था. आंकड़ों के अनुसार, आलोच्य सप्ताह के दौरान वैश्विक घटनाक्रमों की खूब हलचल रही. जिसकी वजह से भारतीय मुद्रा का मूल्य डॉलर के मुकाबले काफी घट गया. इस गिरावट को रोकने के लिए रिजर्व बैंक ने डॉलर बाजार में बेचे. जिसका प्रभाव देश के विदेशी मुद्रा भंडार पर पड़ा.
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मौजूदा वित्त वर्ष में कम हुआ वित्तीय बजट
केंद्र सरकार का वित्तीय घाटा मौजूदा वित्त वर्ष के पहले 8 महीनों (अप्रैल-नवंबर 2022) में 9.78 लाख करोड़ रुपये रहा है. यह पूरे साल के बजट अनुमान का करीब 58.9 फीसदी है. कंट्रोलर जनरल ऑफ अकाउंट्स (CAG) ने शुक्रवार 30 दिसंबर को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी है. पिछले वित्त वर्ष के पहले 8 महीनों में वित्तीय घाटा, बजट अनुमान का 46.2 फीसदी रहा था. सरकार ने 2022-23 के लिए वित्तीय घाटे को 16.61 लाख करोड़ रुपये यानी जीडीपी का 6.4 प्रतिशत रहने का अनुमान रखा है.
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