LagatarDesk : देश के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार सातवें सप्ताह गिरावट देखने को मिल रही है. आरबीआई ने शुक्रवार को अपने ताजा आंकड़ों में यह जानकारी दी है. आंकड़ों के अनुसार, 22 अप्रैल को समाप्त हुए सप्ताह में यह 3.271 अरब डॉलर घटकर 600.423 अरब डॉलर रह गया. इससे पहले 15 अप्रैल को खत्म हुए सप्ताह में देश का भंडार 31.1 करोड़ डॉलर कम होकर 603.694 अरब डॉलर रह गया था.
लगातार विदेशी मुद्रा भंडार में आ रही गिरावट
आरबीआई की ओर से जारी किये गये आंकड़ों के मुताबिक, इससे पहले 8 अप्रैल को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 2.471 अरब डॉलर घटकर 604.004 अरब डॉलर रह गया था. वहीं 1 अप्रैल को समाप्त हुए सप्ताह में यह 11.173 अरब डॉलर घटकर 606.475 अरब डॉलर पर आ गया था. जो अब तक की सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट थी.
7 सप्ताह में 21.852 अरब डॉलर कम हुआ देश का भंडार
मार्च महीने में भी विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट देखने को मिली थी. 25 मार्च को खत्म हुए सप्ताह में यह 2.03 अरब डॉलर घटकर 617.648 अरब डॉलर रह गया था. वहीं 18 मार्च समाप्त हुए सप्ताह में यह 2.597 अरब डॉलर घटकर 619.678 अरब डॉलर पर आ गया था. 11 मार्च को खत्म हुए सप्ताह में देश का भंडार 9.646 अरब डॉलर घटकर 622.275 अरब डॉलर रह गया था. बीते 7 हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 21.852 अरब डॉलर घट चुका है.
घटकर 533.933 अरब डॉलर रह गया एफसीए
साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार, फॉरेन करेंसी एसेट्स (एफसीए) घटने के कारण विदेशी मुद्रा भंडार में भी कमी आयी है. विदेशी मुद्रा भंडार में एफसीए का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है. फॉरेन करेंसी एसेट्स में डॉलर के अलावा यूरो, पाउंड और येन जैसी मुद्राओं को भी शामिल किया जाता है. रिपोर्टिंग वीक में एफसीए 2.835 अरब डॉलर घटकर 533.933 अरब डॉलर रह गया. इससे पहले 15 अप्रैल को खत्म हुए सप्ताह में एफसीए 87.7 करोड़ डॉलर घटकर 536.768 अरब डॉलर रह गया था. वहीं 8 अप्रैल को खत्म हुए सप्ताह में यह 10.7 बिलियन डॉलर घटकर 539.727 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया था.
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42.768 अरब डॉलर रह गया गोल्ड रिजर्व
बता दें कि आलोच्य सप्ताह में देश का गोल्ड रिजर्व 3.77 करोड़ डॉलर घटकर 42.768 अरब डॉलर पर पहुंच गया. इससे पहले 15 अप्रैल को समाप्त हुए सप्ताह में स्वर्ण भंडार 62.6 करोड़ डॉलर बढ़कर 43.145 अरब डॉलर रह गया. इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड के पास जमा स्पेशल ड्राइंग राइट (एसडीआर) 3.3 करोड़ डॉलर घटकर 18.662 अरब डॉलर रह गया. आंकड़ों के अनुसार, आईएमएफ (IMF) में रखे गये आरक्षित विदेशी मुद्रा भंडार 2.6 करोड़ डॉलर घटकर 5.060 अरब डॉलर पर आ गया.
ग्लोबल जियोपॉलिटिकल फैक्टर के कारण रुपये में बढ़ रहा दबाव
माना जा रहा है कि ग्लोबल जियोपॉलिटिकल फैक्टर के कारण इंडियन करेंसी (रुपये) में दबाव के कारण विदेशी मुद्रा भंडार घटा है. दबाव को कम करने के लिए आरबीआई ने भारत के खजाने से डॉलर बेच दिया. जिसकी वजह से विदेशी मुद्रा भंडार में घटा है. वहीं सरकारी तेल कंपनियों को कच्चा तेल खरीदने के लिए ज्यादा डॉलर चुकाना पड़ रहा है. जिसकी वजह से भी विदेशी मुद्रा भंडार कम हुआ है.
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