Ahmadabad : बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को गुजरात के अहमदाबाद में बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा है कि कांग्रेस अब राष्ट्रीय पार्टी नहीं बल्कि भाई बहन की पार्टी बनकर रह गई है. गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी के चुनावी कैंपेन में शामिल होने पहुंचे जेपी नड्डा ने कहा कि देश में सिर्फ बीजेपी ही एक ऐसी पार्टी बची है जिसे राष्ट्रीय पार्टी कहा जा सकता है. कार्यक्रम में बोलते हुए जेपी नड्डा ने लगभग सभी राजनीतिक पार्टियों का जिक्र किया. कहा कि झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा को देख लीजिए, पश्चिम बंगाल में टीएमसी को देख लीजिए. ये सब पारिवारिक पार्टियां बनकर रह गई है.
सिर्फ भाई-बहन की पार्टी बनकर रह गई है कांग्रेस
नड्डा ने सबसे पहले कांग्रेस पार्टी से शुरूआत की. कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा- कांग्रेस अब राष्ट्रीय पार्टी नहीं रह गई है. कांग्रेस आज महज दो राज्यों में सिमटकर रह गई है. यहां भी बदलाव होगा. इंडियन नेशनल कांग्रेस अब ना इंडियन रह गई है ना नेशनल, वो सिर्फ भाई-बहन की पार्टी बनकर रह गई है. आज कांग्रेस की क्या हालत है आप खुद देख लीजिए.
इसे भी पढ़ें – CM के प्रेस सलाहकार के खिलाफ PIL
पारिवारिक पार्टियां बनकर रह गई है
इसके बाद जेपी नड्डा ने दूसरी राजनीतिक पार्टियों का नाम लिया. उन्होंने कहा- क्षेत्रीय पार्टियों के बहुत सारे उदाहरण हैं, जो अब पारिवारिक पार्टी बनकर रह गई है. उन्होंने कहा- आप जम्मू-कश्मीर की नेशनल कॉन्फ्रेंस या पीडीपी को उठाकर देख लीजिए, पंजाब में शिरोमणी अकाली दल को देख लीजिए, यूपी में समाजवादी पार्टी को देख लीजिए, झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा को देख लीजिए, पश्चिम बंगाल में टीएमसी को देख लीजिए. ये सब पारिवारिक पार्टियां बनकर रह गई है.
महाराष्ट्र में शिवसेना और एनसीपी अब क्षेत्रीय पार्टी नहीं रह गई
नड्डा ने आगे कहा- यही हाल आपको आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भी देखने को मिलेगा. तमिलनाडु में डीएमके फैमिली पार्टी बन गई है. महाराष्ट्र में शिवसेना और एनसीपी अब क्षेत्रीय पार्टी नहीं रह गई हैं बल्कि वो पारिवारिक पार्टी बन गई है. एक दिन के गुजरात दौरे पर गए जेपी नड्डा ने गांधीनगर, वड़ोदरा और अहमदाबाद में बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. गुजरात में इस साल के दिसंबर तक विधानसभा चुनाव हो सकते हैं.
इसे भी पढ़ें – 57 की उम्र में 10वी बोर्ड की परीक्षा दे रहे ओड़िशा के विधायक, 40 साल पहले छोड़ी थी पढ़ाई