Ranchi : पूर्व विधायक गुरुचरण नायक पर हमला मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) कर रही है. इस मामले को लेकर एनआईए ने घटना में शामिल आठ नक्सलियों के ठिकाने पर छापेमारी की है. एनआईए ने जिन आठ नक्सलियों के घरों की तलाशी ली है. वे सभी माओवादी नेटवर्क के सक्रिय सदस्य हैं. उन लोगों ने पूर्व विधायक पर हमले के लिए भाकपा माओवादी की कार्रवाई टीम के सदस्यों को मदद दी थी. छापेमारी के दौरान भाकपा माओवादी के कई पोस्टर, अवैध कोल्हान राज्य से जुड़े दस्तावेज, डिजिटल उपकरण और कई अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए.
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चार जनवरी 2022 को हुआ था पूर्व विधायक पर हमला
बता दें कि 4 जनवरी 2022 की शाम झीलरुआं मैदान में आयोजित खेलकूद समारोह में शामिल पूर्व विधायक गुरुचरण नायक पर नक्सलियों ने हमला कर दिया था. उन्होंने भीड़ में शामिल होकर अपनी जान बचाई थी. नक्सलियों ने मैदान में मौजूद पूर्व विधायक के तीनों अंगरक्षकों को घेर लिया था. नायक के अंगरक्षक नक्सलियों से उलझ गए, लेकिन उनकी संख्या अधिक थी, जिससे वे हथियार लूटने में सफल रहे. नक्सलियों ने दो अंगरक्षकों शंकर नायक और ठाकुर हेम्ब्रम की हत्या कर दी थी. एक अंगरक्षक ने घायल अवस्था में भागकर अपनी जान बचाई थी.
रांची शाखा में दर्ज हुई थी प्राथमिकी
एनआइए ने रांची शाखा में मिसिर बेसरा (एक करोड़ का इनामी), रघु, अश्विन, चंदन, मोछू, सुशांत, सागेन, कांडे होनहागा व सोनाराम होनहागा के विरुद्ध जुलाई महीने में प्राथमिकी दर्ज की थी. सभी आरोपित पश्चिम सिंहभूम के गोइलकेरा के हैं. झारखंड पुलिस के अनुसंधान में इस बात का खुलासा हो चुका है कि पूर्व विधायक गुरुचरण नायक पर हमले की योजना सुनियोजित थी. नक्सलियों का उद्देश्य पूर्व विधायक के अंगरक्षकों के हथियार लूटना था, जिसमें वे सफल हो गए. अंगरक्षकों ने विरोध कर दिया तो नक्सलियों ने दो अंगरक्षकों की हत्या कर दी. हालांकि तीसरा अंगरक्षक भागने में सफल रहा था, नहीं तो नक्सली उसे भी मार देते. इस घटना में कुख्यात नक्सली मोछू के दस्ते का हाथ बताया गया था.
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