NewDelhi : पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की किताब द प्रेसिडेंशियल इयर्स की काफी चर्चा हो चुकी है. अब एक पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की किताब भी सुर्खियों में है.. हामिद अंसारी ने भी प्रणव मुखर्जी की तरह पीएम मोदी के बारे में कई बातें लिखी हैं. जो दिलचस्प हैं. अपनी किताब में हामिद अंसारी ने पीएम मोदी और सरकार के साथ असहज रिश्ते की बात लिखी है.
मोदी ने कहा, मुसलमानों के लिए बहुत काम किया है
उन्होंने अपनी किताब बाइ मेनी अ हैपी ऐक्सिडेंट में दावा किया है कि मोदी ने एक बार कहा था कि मुसलमानों के लिए उन्होंने बहुत काम किया है, लेकिन इसका प्रचार न किया जाये, क्योंकि यह उनकी राजनीति को सूट नहीं करता है. अपनी किताब बाइ मेनी अ हैपी ऐक्सिडेंट में उन्होंने मोदी सरकार के बारे में कई बातें लिखी हैं.
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गोधरा के बाद होने वाली हिंसा के बारे में पूछा
हामिद अंसारी ने किताब में मोदी के साथ 2007 में हुई एक मीटिंग को याद करते हुए लिखा है कि जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब एक सामान्य राजनीतिक कार्यक्रम में उनसे मुलाकात हुई. हामिद अंसारी के अनुसार उन्होंने मोदी से गोधरा के बाद होने वाली हिंसा के बारे में पूछा कि ऐसा क्यों होने दिया गया?
उन्होंने कहा कि लोग उनके केवल एक पक्ष को देखते हैं, कोई भी मुस्लिमों के लिए किये गये अच्छे कामों की तरफ ध्यान नहीं देता. खासकर मुस्लिम लड़कियों की शिक्षा के लिए उन्होंने बहुत काम किये हैं. मैंने कहा कि इसका ब्योरा दें तो प्रचार किया जाये. इसपर वह बोले- यह मेरी राजनीति को सूट नहीं करता है.
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मोदी राज्यसभा में शोर-शराबे के बीच बिल पास कराने के लिए दबाव बनाते थे
हामिद अंसारी ने यह भी लिखा है कि पीएम मोदी राज्यसभा में शोर-शराबे के बीच बिल पास कराने के लिए भी दबाव बनाते थे. उन्होंने लिखा कि वह (हामिद अंसारी) नहीं चाहते थे कि राज्यसभा में एक दिन में ही बिल पास हो जाये लेकिन भाजपा गठबंधन को लगता था कि अगर लोकसभा में उनका बहुमत है तो राज्यसभा में नैतिक अधिकार है कि बिना किसी बाधा के बिल पास हो जाये.
श्री अंसारी ने लिखा है कि एक दिन अचानक पीएम मोदी राज्यसभा कार्यालय पहुंच गये. प्रधानमंत्री को कार्यालय में देखकर मुझे आश्चर्य हुआ और मैंने उनका अभिवादन किया. पीएम ने कहा कि आपसे ज्यादा जिम्मेदारी की उम्मीद है लेकिन आप हमारी मदद नहीं कर रहे. मैंने कहा कि राज्यसभा में और बाहर मेरा काम जनता के संज्ञान में है. उन्होंने पूछा, हंगामे के बीच ही आप बिल क्यों नहीं पास करा रहे हैं?