Bermo: पिछले दिनों लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण कोनार नदी पर बने डीवीसी के बोकारो थर्मल बैराज के चार गेट टूटकर पानी में बह गये. हालांकि बैराज का गेट बहने से डीवीसी के 500 मेगावाट के ए पावर प्लांट से बिजली उत्पादन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है. लेकिन बैराज के गेट टूटने से स्थानीय प्रबंधन सकते में है. बताया जा रहा है कि डीवीसी के टूटे बैराज की मरम्मत के लिए मैथन से विशेषज्ञ आने के बाद ही काम शुरू होगा. लगातार दो दिनों से हो रही बारिश के कारण बोकारो-कोनार नदी उफान पर थी. इस संबंध में डीवीसी बोकारो थर्मल के प्रोजेक्ट हेड अभिमन्यु सिंह ने कहा कि, कोनार डैम का गेट खोले जाने के कारण नदी में पानी का बहाव तेज था. वहीं बैराज का गेट पुराना भी हो गया है.
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मैथन परियोजना से विशेषज्ञ आने के बाद ही मरम्मत
अभी बरसात के पानी के कारण प्लांट को जरूरत के अनुसार पानी मिल जा रहीं है, लेकिन जब मरम्मती के लिए पानी को कम किया जाएगा, उस समय प्लांट को चालू रखने के लिए थोड़ी परेशानी हो सकती है. बताया जा रहा है कि स्थानीय बैराज की देख-रेख और मरम्मत करने वाले कर्मचारी वर्षों पूर्व सेवानिवृत हो गए हैं. फिलहाल यहां पर ऐसा कोई कर्मचारी नहीं है, जो टूटे बैराज के गेट की मरम्मत कर सके. डीवीसी के मैथन परियोजना से विशेषज्ञ आने के बाद ही मरम्मत का कार्य शुरू होगा. फिलहाल प्लांट को फुल लोड़ में चलाया जा रहा है, जिससे लगभग 500 मेगावाट बिजली उत्पादन किया जा रहा है.
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