Galudih(Prakash Das) : बड़ाखुर्शी पंचायत स्थित पैरागुड़ी गांव में दुर्गा पूजा काफी धूमधाम से मनाई जा रही है. इसके लिए सारी तैयारियां पूरी हो चुकी है. रविवार को महासप्तमी के अवसर पर कलश यात्रा के साथ घट लाई गई. स्वर्णरेखा नदी के कुलियाना घाट से श्रद्धालु कलश में पानी लेकर पैरागुड़ी शीतला माता मंदिर पहुंचे. शीतला माता मंदिर के बाद श्रद्धालु जमीन पर लेटते हुए दुर्गा मंदिर पहुंचे.
इसे भी पढ़ें :कोलेश्वरी जोन को नक्सल मुक्त कराने में जुटी चतरा पुलिस
190 वर्ष के बाद भी पूजा की बरकरार है परंपरा
वहीं घट स्थापना के बाद मंदिर में पूजा अर्चना शुरू की गई. बता दें कि अंग्रेजों से लड़ने के लिए भूमिज राजा क्षेत्र मोहन सिंह ने देवी दुर्गा की आराधना करने का निश्चय किया था. ब्रिटिश हुकूमत से लड़ाई जीतने के लिए उन्होंने शक्ति के लिए देवी की आराधना की. युद्व में शक्ति के लिए देवी की पूजा कर युद्ध लड़ा और अंग्रेजों को उक्त क्षेत्र में परास्त किया. आज लगभग 190 वर्ष बीत जाने के बाद भी पूजा की परंपरा बरकरार है. वर्तमान में उनके वंशज बड़ाखुर्शी पंचायत के पैरागुड़ी गांव निवासी वासंती प्रसाद सिंह बताते है कि अंग्रेजों से स्वतंत्रता पाने के लिए भूमिज राजा क्षेत्रमोहन सिंह ने देवी की आराधना कर शक्ति की प्रार्थना की थी.
इसे भी पढ़ें :चाईबासा : दिल्ली से रेस्क्यू कर लाई महिला को भेजा गया रांची रिनपास