Galudih (Prakash Das) : शरद पूर्णिमा के पावन अवसर पर रविवार को गालूडीह और आसपास के क्षेत्र में भक्ति का माहौल रहा. घर-घर कोजागरी लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की गई. पुतरु, दारिसाई, पैरागुड़ी, कुलियाना, बड़ाखूर्शी, आमचुड़िया, शालबनी आदि क्षेत्र के ग्रामीणों ने माता लक्ष्मी की भक्तिभाव से पूजा की. मौके पर बंगाली समाज के हर परिवार ने अपने घर में धन की देवी लक्ष्मी की पूजा कर सुख-समृद्धि व धन, ऐश्वर्य की प्राप्ति की कामना की. रविवार की भोर 3 बजकर 41 मिनट के बाद पूर्णिमा लगते ही पूजा मंडपों के साथ-साथ घरों में भी पूजा शुरू हो गई.
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लक्ष्मी के घर आने का किया आह्वान
ऐसी मान्यता है कि इस दिन धन की देवी लक्ष्मी घरों में प्रवेश करती हैं. इसलिए घर-घर में आकर्षक अल्पना के साथ देवी लक्ष्मी के पैरों की छाप बनाई गई. भजन-कीर्तन के साथ लक्ष्मी के घर आने का आह्वान किया गया. इसके लिए सुबह से ही साफ-सफाई कर पूरे घर व आंगन में सुंदर अल्पना के साथ माँ लक्ष्मी के पैर अंकित किए गए. इस अवसर पर पूजा स्थल पर धान की बाली रखा गया. पूजा के दौरान देवी को नारियल का लड्डू, तिल का लड्डू, अन्न, सब्जी, भुजिया, चटनी, खीर, मिठाई, फल आदि का भोग लगाया गया. पंडितों के वैदिक मंचोच्चारण के बाद महिलाओं ने कथा भी सुनी. बता दें कि शारदीया नवरात्र के बाद आने वाले शरद पूर्णिमा के मौके पर बंगाली समाज के लोग कोजागरी लक्ष्मी पूजा करते हैं. वहीं मिथिलांचल के लोग कोजागरा और तेलुगु समाज के लोग गौरी पूजा करते हैं.
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