Garhwa: गढ़वा जिले के अनराज घाटी यानी एनएच 343 झारखंड से छत्तीसगढ़ राज्य को जोड़ने वाली मुख्य सड़क है. इस सड़क पर तीखे मोड़ के पास काफी गहरी खाई है. इसमें अक्सर दुर्घटना होती रहती है. इसमें कई लोगों की जान जा चुकी है. इस मोड़ को सुधार करने के लिए शिलान्यास भी किया गया था, लेकिन अब तक काम शुरू नहीं हो सका. लगातार मीडिया की टीम ने स्पॉट पर जाकर स्थिति की जानकारी ली. बता दें कि अनराज घाटी शहर मुख्यालय से 15 किलोमीटर की दूरी पर है. गढ़वा और रंका के बीच अनराज घाटी स्थित है.
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इसमें तीखे मोड़ व मोड़ के नीचे लगभग सैकड़ों फीट से अधिक गहरी खाई है. यह जगह दुर्घटना के नाम से भी जानी जाती है. कुछ समय पहले छत्तीसगढ़ से आने वाली बस दुर्घटना में कई लोगों की मौत हो चुकी थी. इसके बाद मोड़ को सीधा करने की मांग लगातार उठती रही है ताकि दुर्घटना से बचा जा सके. बाद में केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी एवं सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा 3 अप्रैल 2021 को सीधा करने वाली तीखे घाटी की योजना के लिए 16 करोड़ रुपये की लागत से शिलान्यास भी किया गया था. लेकिन अभी तक इस पर ना कोई कार्य शुरू हुआ है और ना ही कोई पहल शुरू हुई है.
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तीखे मोड़ के कारण दुर्घटना होती है
उसका परिणाम यह है कि लगातार घटनाएं घट रही हैं. लोगों की जानें जा रही हैं. तीखे मोड़ के बगल में बने गार्डवाल भी बराबर दुर्घटना के कारण टूटती जा रही है. गार्डवाल का पुनर्निर्माण कराया जाता है. तीखे मोड़ व घाटी के कारण लोगों की मौत होती जा रही है. इस सड़क से हजारों वाहन हर रोज गुजरती है. कुछ साल पहले सिंह नामक बस दुर्घटना में एक साथ 14 लोगों की मौत हो गयी थी. वहीं अगर घाटी से 500 मीटर दूर की बात करें तो दाहिनी ओर अनराज डैम स्थित है. यह पिकनिक स्पॉट के लिए फेमस है. यहां सड़क बनती है तो एक साथ कई फायदे होंगे. लोगों की जानें भी बचेंगी और डैम के पास लोग घूमने के लिए भी आएंगे.
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