Aditya kumar
Garhwa: गढ़वा के श्री बंशीधर नगर अनुमंडल मैदान में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में एसडीओ आलोक कुमार ने तिरंगा फहराया. एसडीओ ने कहा कि विविधताओं से समृद्ध हमारे देश में अनेक त्यौहार मनाए जाते हैं. लेकिन राष्ट्रीय त्यौहारों को सभी देशवासी राष्ट्रप्रेम की भावना के साथ मनाते हैं. गणतंत्र दिवस का त्यौहार भी उत्साह के साथ मनाते हुए अपने राष्ट्रीय ध्वज और संविधान के प्रति सम्मान और आस्था व्यक्त करते हैं.
एसडीओ ने कहा कि आज का त्यौहार देश विदेश में रहने वाले सभी भारतीयों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. आज से 72 वर्ष पहले हम भारत के लोगों ने अपने अद्वितीय संविधान को अंगीकृत किया था. इसलिए आज हम सभी के लिए संविधान के आधारभूत जीवन मूल्यों पर गहराई से विचार करने का अवसर है. संविधान की उद्देशिका में रेखांकित न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व हम सब के लिए पुनीत आदर्श है. उन्होंने कहा कि बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपत राय महात्मा गांधी और सुभाष चंद्र बोस जैसे अनेक जन नायकों और विचारकों ने स्वतंत्रता संग्राम को प्रेरित किया था. मातृभूमि के स्वर्णिम भविष्य की उनकी परिकल्पना अलग-अलग थी. लेकिन न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के मूल्यों ने उनके सपनों को एक सूत्र में पिरोने का काम किया.
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SDO ने कहा कि कोरोना वायरस के सम्मुख देशवासियों ने परिवार की तरह एकजुट होकर अनुकरणीय त्याग और बलिदान का परिचय देते हुए एक दूसरे की रक्षा की. मैं यहां डॉक्टरों, नर्सों, स्वास्थ्य कर्मियों, स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े प्रशासकों को और सफाई कर्मियों का उल्लेख करना चाहता हूं. जिन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर पीड़ितों की देखभाल की. इस महामारी के कारण हमारे बच्चों और युवा पीढ़ी की शिक्षा प्रक्रिया के बाधित होने का खतरा पैदा हो गया था. लेकिन हमारे संस्थानों और शिक्षकों ने नई टेक्नोलॉजी को शीघ्रता से अपना कर यह सुनिश्चित किया कि विद्यार्थियों की शिक्षा निरंतर चलती रहे. आत्मनिर्भर भारत में कोरोना वायरस से बचाव के लिए अपनी खुद की वैक्सीन भी बना ली है. अब विशाल पैमाने पर टीकाकरण का जो अभियान चल रहा है वह इतिहास में अपनी तरह का सबसे बड़ा प्रकल्प होगा.
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