Garhwa: झारखंड राज्य फसल राहत योजना खरीफ मौसम को लेकर बंधन मैरिज हॉल में कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में उपायुक्त शेखर जमुआर मौजूद थे. साथ ही साथ पैक्स के अध्यक्ष, एफपीओ और जेएसएलपीएस के कर्मचारी भी उपस्थित रहे. कार्यशाला में प्रेजेंटेशन के माध्यम से उपस्थित सभी लोगों को योजना के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया. उपायुक्त शेखर जमुआर ने योजना के बारे में बताया कि योजना के तहत लाभ केवल प्राकृतिक आपदा से होने वाले फसल क्षति के मामले में लागू होगा. योजना का लाभ लेने के लिए प्रत्येक फसल मौसम (खरीफ एवं रबी) में अलग-अलग निबंधन एवं आवेदन करना होगा. योजना में भाग लेने के लिए कोई प्रीमियम नहीं देना होगा. प्राकृतिक आपदा से हुए फसल क्षति का आकलन एवं निर्धारण क्रॉप कटिंग एक्सपेरिमेंट के द्वारा किया जाएगा.
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प्रति एकड़ 3 से 4 हजार रूपये दी जायेगी सहायता राशि
30% से 50% तक फसल क्षति होने पर आवेदक को प्रति एकड़ ₹3000 की सहायता राशि दी जाएगी और 50% से अधिक फसल क्षति होने पर आवेदक को प्रति एकड़ ₹4000 की सहायता राशि दी जाएगी. अधिकतम तीन एकड़ तक फसल क्षति सहायता राशि दी जाएगी. मौके पर उपस्थित जिला कृषि पदाधिकारी एवं सहकारिता पदाधिकारी ने जानकारी दी कि योजना में शामिल होने के लिए आवेदक स्वयं या कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से अपना पंजीकरण करा सकते हैं. इसके लिए आवेदक किसान https://Jrfry.jharkhand.gov.in पर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. बैठक में मुख्य रूप से जिला कृषि पदाधिकारी शिवशंकर प्रसाद, जिला सहकारिता पदाधिकारी अमिता कुमारी, डीआईओ राधे गोविंद ठाकुर, सीएससी मैनेजर मनीष कुमार, कौशल कुमार, सभी अंचल अधिकारी, सभी पैक्स अध्यक्ष, एफपीओ, जेएसएलपीएस के पदाधिकारी/कर्मी समेत अन्य लोग उपस्थित थे.
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