Ghatshila (Rajesh Chowbey) : आदिवासी छात्र संघ एवं संथाल छात्र संघ के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को माझी परगना महाल भवन से विरोध जुलूस निकाला गया. छात्रों की मांग है कि हिंदी, अंग्रेजी एवं संस्कृत को क्षेत्रीय भाषा में शामिल किया जाना झारखंड विरोधी है. विरोध जुलूस के दौरान छात्रों ने अपने हाथ में मुख्यमंत्री सहित कोल्हान के सभी एमएलए, उपायुक्त, डीएससी आदि का पुतला लेकर जुलूस की शक्ल में फूलडुंगरी चौक तक गए. सड़क पर जमकर नारेबाजी करते हुए पुतला दहन किया. जुलूस के दौरान छात्रों ने सरकार विरोधी नारे लगाएं. विधायक रामदास सोरेन, चंपई सोरेन, मंगल कालिंदी, समीर महंती मुर्दाबाद, सरकार की मनमानी नहीं चलेगी, झारखंड सरकार होश में आओ होश में आओ जैसे नारे लगाए.
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केयू के 39 असिस्टेंट प्रोफेसर के रिक्त पद का किया विरोध
छात्रों ने कहा कि कोल्हान विश्वविद्यालय के 39 असिस्टेंट प्रोफेसर के रिक्त पद, संथाली एवं प्रखंड स्तरीय आदर्श विद्यालय में शिक्षक बहाली में जनजातीय भाषा संथाली को शामिल नहीं करना तथा नई नियोजन नीति में 60-40, जनजाति और क्षेत्रीय भाषा के साथ संस्कृत, हिंदी और अंग्रेजी भाषा को शामिल करने का विरोध करते हैं. छात्रों ने यह भी कहा कि यह सभी भाषाएं अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय भाषा के रूप में है. छात्रों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो, आदिवासी कल्याण मंत्री चंपई सोरेन, विधायकों के साथ उपायुक्त जिला शिक्षा पदाधिकारी का पुतला दहन किया. विरोध प्रदर्शन करने वालों में मुख्य रूप से धर्मा मुर्मू, जितेंद्र नाथ हेंब्रम, नयन मुर्मू, सुपाई सोरेन, अजीत मुर्मू, लखन मांडी, माइनो सोरेन, तुर्सी मंडी, सुदाम हेंब्रम, शांति बास्के आदि छात्र शामिल थे.