Ghatshila (Rajesh Chowbey) : बड़ाजुड़ी गांव से भारत सेवाश्रम संघ होते हुए बनबेड़ा तक निर्माणाधीन प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) का जिला परिषद सदस्य देवयानी मुर्मू ने बुधवार को निरीक्षण किया. निरीक्षण के क्रम में मजदूरों को दी जा रही न्यूनतम मजदूरी की जांच की. जांच के क्रम में मजदूरों ने बताया कि प्रतिदिन 250 रुपये के हिसाब से मजदूरी दी जा रही है. पहले 220 रुपये मजदूरी दी जा रही थी. विरोध करने पर 30 रुपये बढ़ाया गया. वहीं मिस्त्री को 350 रुपये मजदूरी दी जा रही है. मजदूरों ने जिला परिषद सदस्य के समक्ष सरकार द्वारा निर्धारित 327 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से मजदूरी दिलाने की मांग की. मजदूरों ने बताया कि नियमित रूप से मजदूरी भी नहीं मिलती है. इस दौरान कार्यस्थल पर ठेकेदार का कोई भी प्रतिनिधि मौजूद नहीं था. इसलिए ठेकेदार और योजना के संबंध में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पायी. जिला परिषद सदस्य देवयानी मुर्मू ने बताया कि सड़क निर्माण में कम मजदूरी देने की शिकायत लगातार मिल रही थी. सड़क निर्माण की लागत लगभग साढ़े 3 करोड़ रुपये है.
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क्रियान्वयन विभाग ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल, जमशेदपुर है. देवयानी मुर्मू ने कहा कि सरकारी नियमों की धज्जियां उड़ायी जा रही हैं. ठेकेदार व विभागीय पदाधिकारियों की मिलीभगत से मजदूरों का शोषण किया जा रहा है. मजदूरों को हर हाल में सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी देनी होगी. निर्माण कार्य में भी कोई पारदर्शिता नहीं है. इस संबंध में उपायुक्त के आलावा मुख्यमंत्री एवं विभागीय मंत्री से शिकायत की जायेगी. मौके पर सुंदरी हांसदा, मालती हांसदा, सुनीता हेम्ब्रम, संगीता मार्डी, सारथी गोप, कविता गोप, भगवान पाल, राजेश हांसदा, रमणी गोप, विलासी गोप, लोगेश गोप समेत कई मजदूर उपस्थित थे.