: मुख्य बाजार में बिक्री कर विभाग की टीम ने की छापेमारी
जल संरक्षण के लिए अपनाने होंगे अत्याधुनिक तकनीक
[caption id="attachment_586962" align="aligncenter" width="600"]alt="" width="600" height="400" /> भू गर्भ शास्त्री अमरेश कुमार[/caption] युवा भूगर्भ शास्त्री ने कहा कि आदित्यपुर में जल संकट का मुख्य कारण 70 फीसदी आबादी का भू गर्भ जल पर आश्रित होना है. जलापूर्ति का एक मात्र स्रोत सीतारामपुर डैम का रखरखाव नहीं होना और बढ़ती आबादी को पाइप लाइन जलापूर्ति से नहीं जोड़ना है. भू गर्भ जल तभी सुरक्षित रहेगा जब हम रेन वाटर हार्वेस्टिंग कर जमीन के अंदर पानी डालना सुनिश्चित करेंगे. भू जल के गिरते स्तर पर चिंता प्रकट करते हुए कहा डॉ कुणाल ने कहा कि आदित्यपुर के सारे तालाब भर दिए गए, मुहल्ले के डोभा को भर दिया गया. पक्की सड़कें बन जाने से वर्षा जल नदियों के माध्यम से बहकर बेकार चला जा रहा है. इसलिए जरूरत इस बात की है कि हमें जल संरक्षण के अत्याधुनिक तकनीक अपनाने होंगे, तभी धरती पर रहने वाले जीवों की रक्षा हो सकेगी. भू गर्भ जल संरक्षित किये बगैर हम मानव जीवन की रक्षा नहीं कर पाएंगे. सरकार एवं नीति निर्धारकों को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है. [wpse_comments_template]