Giridih : बोर्ड व निगम में कांग्रेस की अनुशंसा के बाद शुक्रवार 28 अप्रैल को गिरिडीह के कांग्रेसी समर्पित कार्यकर्ताओं की अनदेखी को लेकर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे और प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर पर जमकर बरसे. सर्किट हाउस में शुक्रवार की शाम 4:15 बजे पार्टी के प्रदेश सचिव अजय कुमार सिन्हा, ओबीसी मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता नवीन आनंद चौरसिया, प्रदेश प्रतिनिधि उपेंद्र सिंह, जिला कांग्रेस के महासचिव आनंद कुमार वर्मा, ओबीसी जिला अध्यक्ष मदन विश्वकर्मा, युवा कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष संतोष राय सहित एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष अभय कुमार और महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष मीरा सिंह ने एक साथ प्रेस-कॉन्फ्रेंस कर प्रदेश नेतृत्व पर कई गंभीर सवाल उठाये.
डॉ.मंजू कुमारी के नाम पर एतराज़
प्रदेश सचिव अजय कुमार सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस की अनुशंसित 11 नामों की सूची में जिले से डॉ.मंजू कुमारी का नाम शामिल है, जिनका बीते विधानसभा चुनाव से पूर्व कोई नाता ही पार्टी से नहीं रहा है. जबकि पार्टी में कई ऐसे समर्पित कार्यकर्ता हैं जिन्होंने पार्टी के लिए जिंदगी कुर्बान कर दी. उन्होंने कहा कि बोर्ड निगम में गिरिडीह से जिनकी अनुशंसा हुई है उन्हें पूर्व में ही कई पदों से नवाजा गया है. प्रदेश प्रवक्ता, एआईसीसी की मेंबर, विधानसभा चुनाव में टिकट सब कुछ उन्हें ही देना है तो औरों की पार्टी में क्या जरूरत है? जिला महासचिव आनंद कुमार वर्मा ने कहा कि पार्टी में कम से कम 15 साल समर्पित करने वालों को ही अहम पद दिये जाने चाहिए.
झामुमो विधायक नहीं देते तरज़ीह
अजय सिन्हा ने झामुमो विधायक पर भी अनदेखी का आरोप लगाया. कहा कि गिरिडीह में झामुमो जब भी अकेले चुनाव लड़ी है, चारो खाने चित हुई. कांग्रेस गठबंधन में जीत के बाद झामुमो विधायक कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को कोई तरजीह ही नहीं देते. जिले के प्रशासनिक पदाधिकारी भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं की अनदेखी करते हैं. ओबीसी मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता नवीन आनंद चौरसिया ने कहा कि जिले में कांग्रेस की सहयोगी झामुमो के तीन-तीन विधायक हैं. लेकिन झामुमो को केवल चुनाव में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की याद आती है.
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