नागो की मौत से पुलिस पर लग रहे गंभीर आरोप
Giridih : नागों पासी की मौत की असली कहानी तस्वीर बयां कर रही है. हाथ में जख्म के निशान, पीठ पर गहरे जख्म के निशान व अंगूठे पर स्याही के निशान बेंगाबाद पुलिस पर कई सवाल खड़ी कर रही है. बेंगाबाद थाना प्रभारी शशि सिंह की दलील बेतूकी लग रही है कि उसकी मौत हार्ट अटैक से हुई है. इसकी गवाही जख्म के निशान दे रही है. उसकी मौत हार्ट अटैक से हुई है तो उसके अंगूठे पर स्याही के निशान क्यों हैं? सूत्रों की मानें तो नागों की मौत की झूठी कहानी गढ़ने के लिए सादे कागज पर अंगूठे के निशान ले ली गई है. बाद में पुलिस मनमाफिक इसका उपयोग करेगी.
बेरहम पिटाई के लिए कुख्यात है यहां का छोटा दारोगा
मिली जानकारी के अनुसार बेंगाबाद पुलिस में एक सहायक अवर निरीक्षक संदिग्ध आरोपितों की पिटाई के लिए कुख्यात है. जानकारी के अनुसार नागों की रातभर बेरहमी से पिटाई की गई. नागों की मां की हत्या 1 दिन पूर्वी संदेहास्पद स्थिति में की गई है. नागो पर मां की हत्या का आरोप था. मिली जानकारी के अनुसार नागों ने हत्या का जुर्म कबूल कर लिया था. पूछताछ में बेंगाबाद पुलिस इतनी बेरहम निकली की मां के साथ पुत्र को भी शमशान पहुंचा दिया.
पूरे जिले में विख्यात है बेंगाबाद थाना का टॉर्चर रूम
जानकारी के अनुसार बेंगाबाद थाना का टॉर्चर रूम पूरे जिले में विख्यात है. यहां संदिग्धों की चिख दीवारों से टकराकर गुम हो जाती है. जानकारी के अनुसार रात के सन्नाटे में जब पुलिस संदिग्धों पर लाठियां बरसती है तो उसकी चीख सुनाई नहीं देती. मेडिकल बोर्ड में शामिल चिकित्सक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत के कारणों का खुलासा करेंगे, पर परिस्थिति जैसी है, उससे यह जाहिर है कि मौत से पहले नागो पर रातभर जुल्म ढाए गए. फिलहाल सब कुछ जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा. दंडाधिकारी ने जांच के दौरान सब चीजों की बारीकी से पड़ताल की है.
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