Giridih : जिले में नक्सलियों का उत्पात देखने को मिल रहा है. नक्सलियों ने लगातार दूसरे दिन डुमरी प्रखंड को जोड़ने वाली बारागढ़ा पुल को विस्फोट कर उड़ा दिया है. इस घटना को शनिवार देर अंजाम दिया गया है. बता दें कि बारागढ़ा पुल गिरिडीह और डुमरी प्रखंड को जोड़ती थी. बारागढा के पास पुल का निर्माण करवाया जा रहा था. पुल का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो गया था, लेकिन संवेदक द्वारा संबंधित विभाग को हैंड ओवर नहीं किया गया था. फिलहाल अप्रोच सड़क का निर्माण कार्य करवाया जा रहा था.
बताया जा रहा है कि विस्फोट इतना भयानक था की काफी दूर तक इसकी आवाज सुनाई दी थी. विस्फोट के बाद पुल पर नक्सलियों ने पर्चा भी छोड़ा है. पर्चे में नक्सलियों ने माओवादी नेता प्रशांत बोस और शीला मरांडी को जेल में बेहतर सुविधा उपलब्ध करवाने की मांग की है.
शुक्रवार देर रात नक्सलियों ने विस्फोट कर जियो के दो मोबाइल टावर को उड़ा दिया था
बता दें कि इसे पहले शुक्रवार को माओवादियों ने पीरटांड थाना क्षेत्र के मधुबन और खुखरा थाना क्षेत्र के महुआटांड में विस्फोट कर जियो का दो मोबाइल टावर को उड़ा है. जिससे इलाके में मोबाइल सेवा प्रभावित हो गयी थी. नक्सली प्रशांत बोस और उसकी पत्नी शीला मरांडी को जेल में बेहतर स्वास्थ्य सेवा मुहैया नहीं कराने के विरोध में भाकपा माओवादी 21 जनवरी से छह दिवसीय प्रतिरोध दिवस मना रहे है.
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भाकपा माओवादी ने 27 जनवरी को बिहार- झारखंड बंद का किया ऐलान
नक्सली संगठन भाकपा माओवादी ने 27 जनवरी को बिहार-झारखंड बंद का ऐलान किया है. बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी के द्वारा बंद का ऐलान किया गया है. प्रशांत बोस और उनकी पत्नी शीला मरांडी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया नहीं कराने के विरोध में या बंद बुलाया गया है.
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जेल में यातनाएं झेल रहे हैं प्रशांत बोस
भाकपा माओवादी संगठन द्वारा जारी किए गए प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया था कि पोलित ब्यूरो सदस्य प्रशांत बोस और केंद्रीय कमेटी सदस्य उनकी पत्नी शीला मरांडी दोनों जीवन साथी है. ये दोनों कई गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं. दोनों की गिरफ्तारी हुए करीब दो महीने हो गए हैं. तब से ही जेल में यातनाएं झेल रहे हैं, लेकिन सरकार की तरफ से दोनों को अब तक कोई बेहतर स्वास्थ्य सेवा सुविधा मुहैया नहीं कराई गई है. इसके विरोध में 21 जनवरी से लेकर 26 जनवरी तक प्रतिरोध दिवस और 27 जनवरी को एकदिवसीय बिहार- झारखंड बंद को सफल करें.
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